9th and 11th exams nirast | कक्षा 9th व 11th की परीक्षाएँ निरस्त
इस आदेश की विषयवस्तु है– शासकीय शालाओं में कक्षा नौवीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षाओं को निरस्त कर अकादमिक सत्र में पूर्व में लिए गए टेस्ट के आधार पर मूल्यांकन करने विषयक।
कक्षा 9वीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षाओं को निरस्त करते हुए जो अकादमिक सत्र के दौरान जो टेस्ट लिया गया था उसके आधार पर विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम तैयार किया जाएगा।
आदेश की बिन्दुवार जानकारी इस प्रकार है-
>> कक्षा नौवीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षाओं के लिए आयुक्त लोक शिक्षण के पत्र क्रमांक दिनांक 8 अप्रैल 2021 से दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। वर्तमान में तथा जिलों में लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए कक्षा नौवीं एवं 11वीं की वार्षिक परीक्षा के लिए पूर्व में जारी निर्देश निरस्त किए जाते हैं।
जैसा कि हम सभी को ज्ञात है वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
>> कक्षा नौवीं एवं 11वीं के विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा नहीं ली जाएगी तथा उनका मूल्यांकन अकादमिक सत्र के दौरान पूर्व में किए गए मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा।
इन दिशानिर्देशों को भी पढ़ें।
1. 10वीं 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएँ स्थगित
2. शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित
3. उच्च माध्यमिक व माध्यमिक शिक्षक भर्ती के दस्तावेजों के सत्यापन स्थगित
4. 2021 की नवोदय प्रवेश परीक्षा स्थगित
स्पष्ट कर दिया गया है कि परीक्षा नहीं होना है और मूल्यांकन के आधार पर ही बच्चों का परीक्षा परिणाम तैयार किया जाएगा।
>> अतः मूल्यांकन निम्नानुसार किया जाएगा-
(i) विभाग द्वारा 20 नवंबर से 28 नवंबर तक लिए गए रिवीजन टेस्ट तथा 1 फरवरी से 9 फरवरी तक आयोजित अर्धवार्षिक परीक्षा में से विद्यार्थी द्वारा जिसमें बेहतर अंक प्राप्त किए हो उसके आधार पर कक्षा नौवीं एवं 11वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा।
(ii) परीक्षा परिणाम की गणना बेस्ट फाइव के आधार पर की जाएगी अर्थात यदि विद्यार्थी छह में से पाँच विषयों में पास है और एक विषय में न्यूनतम निर्धारित 33 अंक प्राप्त नहीं कर सका है तो उसे भी पास पास घोषित किया जाएगा।
(iii) एक से अधिक विषयों में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी के लिए कृपांक के रूप में अधिकतम 10 अंक प्रदान किए जाएंगे। कृपांक के अधिकतम 10 अंक आवश्यकता अनुसार 1 से अधिक विषयों में आवंटित किए जा सकेंगे।
>>द्वितीय अवसर
(i) कृपांक के उपरांत यदि विद्यार्थी को दो अथवा अधिक विषयों में न्यूनतम निर्धारित अंक प्राप्त नहीं हुए हो तो उसे परीक्षा हेतु द्वितीय अवसर दिया जाएगा। ऐसे विषय में विद्यार्थी द्वारा पूर्व परीक्षा में न्यूनतम निर्धारित प्राप्त नहीं किए गए थे उन विषयों में उन्हें पुनः परीक्षा देनी होगी। यह अवसर कोविड-19 में कमी आने पर अथवा स्कूल आरंभ होने के पूर्व दिया जाएगा जिसकी सूचना परीक्षा के 15 दिवस पूर्व दी जाएगी।
यहाँ पर स्पष्ट किया गया है कि विद्यार्थी यदि जो 2 से अधिक विषयों में अनुत्तीर्ण होता है तो उसको द्वितीय अवसर प्रदान किया जाएगा और कोविड-19 की जो संकट की स्थिति कम होने पर और विद्यालय प्रारंभ होने के पूर्व के परीक्षा ली जाएगी। जिसकी सूचना 15 दिवस पूर्व दे दी जाएगी।
(i) द्वितीय अवसर उन विद्यार्थियों को भी दिया जाएगा जो रिवीजन टेस्ट एवं अर्द्धवार्षिक परीक्षा दोनों में से किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं किंतु उन्होंने सत्र 2020-21 में शासकीय विद्यालय में प्रवेश लिया था।
यहाँ पर स्पष्ट किया गया है कि ऐसे विद्यार्थी भी द्वितीय अवसर परीक्षा में सम्मिलित होंगे, जिन्होंने प्रवेश तो लिया था किन्तु उक्त वर्णित परीक्षाएँ नहीं दी थी।
आदेश में आगे कहा गया है, उपरोक्तानुसार कार्रवाई 30 अप्रैल 2021 तक सुनिश्चित कर परीक्षा परिणाम घोषित करें विमर्श पोर्टल पर भी विद्यार्थियों के लिए परीक्षा परिणाम ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। संबंधित शाला प्रमुख शाला का परीक्षा परिणाम विमर्श पोर्टल पर निर्धारित प्रपत्र में 5 मई 2021 तक दर्ज कराना सूचित करें ताकि अगले अकादमिक सत्र हेतु सभी विद्यार्थियों के लिए पाठ्यपुस्तक उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
इस तरह कक्षा नौवीं एवं 11वीं की परीक्षाएँ निरस्त कर पूर्व में हुए मूल्यांकन के आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार करने के बारे में आदेश प्रदान किया गया है।
धन्यवाद।
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(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
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(संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।)
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