आष्टा के प्रसिद्ध माता महाकाली मंदिर - सिवनी जिले की ऐतिहासिक धरोहर | Ashta's famous temple of Mata Mahakali
सिवनी जिले के बरघाट तहसील के गà¥à¤°à¤¾à¤® आषà¥à¤Ÿà¤¾ में 13 वीं सदी में निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ मंदिर जिनमें माता महाकाली का मंदिर पूरे देश व पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में विखà¥à¤¯à¤¾à¤¤ है। इस मंदिर के बारे में मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि इनका निरà¥à¤®à¤¾à¤£ देवताओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• रात में ही हà¥à¤† था और सà¥à¤¬à¤¹ हो जाने पर मंदिर का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ रà¥à¤• गया इसलिठशेष मंदिरों का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कारà¥à¤¯ अधूरा ही रह गया किंतॠइतिहासकारों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 13 वीं सदी में देवगिरी के यदà¥à¤µà¤‚शी राजा रामचंदà¥à¤° और महादेव के मंतà¥à¤°à¥€ हिमादà¥à¤°à¥€ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पूरे विदरà¥à¤ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में 100 से अधिक मंदिरों का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कराया गया था इनमें से 8 मंदिर इस गà¥à¤°à¤¾à¤® में बनाठगठथे इसीलिठइस गाà¤à¤µ का नाम आषà¥à¤Ÿà¤¾ पड़ा।
Ancient temple built in 13th century in Village Ashta of Barghat tehsil of Seoni district b>The temple of Mata Mahakali is famous all over the country and the state. It is believed about this temple that they were built by the gods in one night and after dawn the construction of the temple stopped, so the construction work of the remaining temples remained incomplete but according to historians in the 13th century Devagiri by Yaduvanshi Raja Ramchandra and Mahadev minister Himadri in the entire Vidarbha region more than 100 Temples were built, out of which 8 temples were built in this village, hence the name of this village Ashta.
मंतà¥à¤°à¥€ हिमादà¥à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जिस विशेष शैली में इन मंदिरों का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कराया गया। उनके नाम पर इस सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¤à¥à¤¯ शैली को हिमादपंथी शैली कहा जाता है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में केवल दो मंदिर अपने मूल सà¥à¤µà¤°à¥‚प में हैं यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ इनकी शिखर की शिलायें गिर गई हैं। à¤à¤• मंदिर का जीरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¤à¥à¤µ सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया जाना पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ है किंतॠयह कारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठनहीं हो सका है।
The special style in which these temples were built by the minister Himadri. This architectural style is called Himadpanthi style after his name. At present, only two temples are in their original form, although the rocks of their shikhara have fallen. A temple is proposed to be renovated by the Archaeological Survey of India, but this work has not started.
हमने मंदिर परिसर मैं निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ 8 मंदिरों के अवशेषों को खोजने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया हमने पाया कि परिसर के मà¥à¤–à¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤° के निकट à¤à¤• मंदिर अपने मूल रूप में विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ है जिसका जीरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ है।
We tried to find the ruins of 8 temples built in the temple complex. We found a temple in its original form near the main entrance of the complex, which is proposed to be renovated.
इसी मंदिर के दाà¤à¤ ओर जो मंडपनà¥à¤®à¤¾ à¤à¤—à¥à¤¨à¤¾à¤µà¤¶à¥‡à¤· है वह à¤à¥€ किसी समय मंदिर ही रहा होगा आगे और खोज करने पर परिसर के पूरà¥à¤µ दिशा के दाà¤à¤ कोने में à¤à¤• मंदिर के अवशेष पाठगठजहाठमंदिर का फाउंडेशन सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ दिखाई देता है।
The pavilion-shaped ruins on the right side of the same temple must have been a temple at some point of time, on further exploration, the remains of a temple were found in the right corner of the east side of the complex, where the temple was located. Foundation is clearly visible.
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मोगली की कहानी- मोगली लैणà¥à¤¡ सिवनी
परिसर की पूरà¥à¤µ दिशा में बीचों-बीच à¤à¤• विशाल आकार के मंदिर का फाउंडेशन है जो कि सबसे ऊà¤à¤šà¤¾ है पाया गया है। इस मंदिर के कà¥à¤› सà¥à¤¤à¤‚ठअà¤à¥€ à¤à¥€ खड़े हैं शेष à¤à¤¾à¤— धà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ हो चà¥à¤•à¥‡ हैं। इसी मंदिर की बाहरी उतà¥à¤¤à¤°à¥€ दीवार से लगकर माता महाकाली की सिदà¥à¤§ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ विराजमान है। दूर-दूर से माता महाकाली के दरà¥à¤¶à¤¨ करने के लिठà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का आना हमेशा होते रहता है। यहाठचैतà¥à¤° à¤à¤µà¤‚ शारदीय नवरातà¥à¤° में à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€à¤¡à¤¼ होती है।जहाठपर माता के जवारे और हजारों की संखà¥à¤¯à¤¾ में कलश सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की जाती है इस पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤œà¤¨ के लिठपरिसर के पूरà¥à¤µ की ओर बाहर à¤à¤• अलग à¤à¤µà¤¨ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया गया है।
In the middle of the east side of the complex is the foundation of a huge temple, which is the tallest. Some pillars of this temple are still standing, the remaining parts have been demolished. The Siddha statue of Mata Mahakali sits adjacent to the outer northern wall of this temple. Devotees always keep coming from far and wide to have darshan of Mata Mahakali. There is a huge crowd of devotees during Chaitra and Shardiya Navratri. A separate building has been constructed on the east side of the complex for this purpose, where Mata's Jawaras and thousands of Kalash are established.
माता महाकाली के मंदिर के सामने à¤à¤• छोटे आकार का मंदिर अपने मूल सà¥à¤µà¤°à¥‚प में विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ है, लेकिन शिखर की कà¥à¤› शिलाà¤à¤ गिर चà¥à¤•à¥€ हैं।इस मंदिर में शिवलिंग और à¤à¤—वान शिव और माता पारà¥à¤µà¤¤à¥€ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ है। केवल यही मंदिर पशà¥à¤šà¤¿à¤® मà¥à¤–ी है शेष सà¤à¥€ मंदिर पूरà¥à¤µ मà¥à¤–ी रहे होंगे, à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ देखने पर मिलते हैं।
In front of the temple of Mata Mahakali a small temple exists in its original form, but some of the shikhara rocks have fallen. in this temple Shivling and Idol of Lord Shiva and Mata Parvati are installed. Only this temple is West facing, all other temples must have been facing east, such evidence is found on seeing it.
इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पाà¤à¤š मंदिरों के अवशेष सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ दिखाई देते हैं। परिसर के दकà¥à¤·à¤¿à¤£ पशà¥à¤šà¤¿à¤® कोने पर जहाठदो नंदी की à¤à¤—à¥à¤¨à¤¾à¤µà¤¶à¥‡à¤· पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ दिखाई देती है, इसे हम छठा मंदिर मान सकते हैं। शेष दो मंदिर का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ (अवशेष) सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ दिखाई नहीं देते हैं।
Thus the remains of five temples are clearly visible. On the south-west corner of the complex where ruined images of two Nandi are visible, we can consider this as the sixth temple. The location of the remaining two temples are not clearly visible.
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1. सूरà¥à¤¯ नमसà¥à¤•à¤¾à¤° और इसकी 12 सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤
जनशà¥à¤°à¥à¤¤à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° देवताओं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इन मंदिरों का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ à¤à¤• ही रात में किया गया किंतॠबà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का मानना है की मà¥à¤—ल काल में हजारों मंदिरों को तोड़ा गया उनमें आषà¥à¤Ÿà¤¾ के मंदिर à¤à¥€ रहे होंगे।
According to popular belief, these temples were built by the Gods in a single night, but intellectuals believe that in Mughal period thousands of temples were demolished in them. Temples must have been there too.
इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° सिवनी जिले के आषà¥à¤Ÿà¤¾ गà¥à¤°à¤¾à¤® के यह मंदिर विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, शोधारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, इतिहासकारों, पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¤à¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥‹à¤‚ के लिठआकरà¥à¤·à¤£ का विषय तो है ही, साथ ही पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के लाखों सनातन धरà¥à¤®à¤¾à¤µà¤²à¤‚बियों के लिठआसà¥à¤¥à¤¾ और शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ का केंदà¥à¤° à¤à¥€ हैं।
Thus this temple of Ashta village of Seoni district is not only a matter of attraction for students, researchers, historians, archaeologists, as well as lakhs of Sanatan religious people of the state are also the center of faith and reverence.
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à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ की सूची
आषà¥à¤Ÿà¤¾ के महाकाली मंदिर की विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से जानकारी के लिठनीचे दिये गठवीडियो को अवशà¥à¤¯ देखें।
For detail information of Ashta's Mahakali Temple, must watch the video given below.
आशा है, यह जानकारी उपयोगी à¤à¤µà¤‚ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ होगी।
धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦à¥¤
R.N. Patle
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I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
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