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हिन्दी में विराम चिन्हों का प्रयोग इसके महत्व एवं प्रकार | punctuation mark and it's uses

विराम का मूल अर्थ - रुकना, ठहराव, आराम की स्थिति है। बोलते समय या दूसरों से बात करते समय जब हम बीच-बीच में रुकते हैं या किसी स्वर या शब्द पर विशेष जोर देते हैैं, कभी दूसरे शब्द पर विशेष जोर देते हैं, कभी-कभी हम उतार-चढ़ाव के साथ अपनी बात कहतेे हैं तो इसी उतार-चढ़ाव को विराम चिन्ह कहा जाता है।

विराम चिह्नों की विशेषताएँ-
1. लम्बे, मिश्रित, संयुक्त वाक्य विराम चिन्हों के प्रयोग से सरल हो जाते हैं।
2. इसके प्रयोग से भाषा सुगठित तथा वाक्य जुड़े हुए प्रतीत होते हैं।
3. इनके प्रयोग से वाक्य का अर्थ समझने में सरलता आ जाती है।
4. विराम चिन्ह भाषा की रचनागत अव्यवस्था एवं अवैज्ञानिकता को रोकते हैं।
5. ये यातायात व्यवस्था की तरह सुव्यवस्थित होते हैं।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. व्याकरण क्या है
2. वर्ण क्या हैं वर्णोंकी संख्या
3. वर्ण और अक्षर में अन्तर
4. स्वर के प्रकार
5. व्यंजनों के प्रकार-अयोगवाह एवं द्विगुण व्यंजन
6. व्यंजनों का वर्गीकरण
7. अंग्रेजी वर्णमाला की सूक्ष्म जानकारी

उदाहरण- रोको मत जाने दो।
यदि उक्त वाक्य में विराम चिन्ह का प्रयोग इस तरह से किया जाये तो-
1. रोको, मत जाने दो।
2. रोको मत, जाने दो।
3. रोको मत जाने, दो।
उक्त वाक्यों में, विराम चिन्ह- अल्पविराम का प्रयोग अलग-अलग स्थानों पर करने से अर्थ में परिवर्तन दिखाई देता है।

हिन्दी में प्रयुक्त विराम चिन्ह
हिन्दी में निम्नलिखित विराम चिन्ह का प्रयोग होता है।
(अ) प्रधान विराम चिन्ह-
1. अल्प विराम (,) comma कॉमा।
2. अर्द्ध विराम (;) Semicolon सेमीकॉलन।
3. अपूर्ण विराम (:) colon कॉलन।
4. पूर्ण विराम (।) full stop फुल स्टाप
(ब) गौण चिन्ह-
5. निर्देशक चिन्ह (–) Dash डैश
6. योजक चिन्ह(-) hyphen हाइफन
7. प्रश्नवाचक चिन्ह (?) Mark Interrogation मार्क आफ इंटेरोगेशन
8. विस्मयादि बोधक चिन्ह (!) Mark of intersection मार्क आफ इंटरसेक्शन।
9. कोष्ठक चिन्ह ( ) [ ] brackets ब्रैकेटस
10. इकहरा अवतरण चिन्ह (' ') single inverted सिंगल इनवर्टेड कामाॅस।
(स) संयुक्त चिन्ह-
11 उध्दरण चिन्ह ( " " ) Double inverted commas डबल इनवर्टेड कामाॅस।
12.विवरण चिन्ह (:-)
13. लोप निेर्देशक चिन्ह (----------)
14. लाघव चिन्ह (०)
15. पुनरुक्ति सूचक चिन्ह (--- ,, ----- ,,---)
16. तुलना सूचक (समानता सूचक चिन्ह) (=)
17. समाप्ति सूचक चिन्ह (x–x–x–x–x–x)
18.हंस पाद (^)
19. अपूर्णता सूचक चिन्ह (x x x x x )

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. लिपियों की जानकारी
2. शब्द क्या है
3. रस के प्रकार और इसके अंग
4. छंद के प्रकार– मात्रिक छंद, वर्णिक छंद

प्रयोग

1. अल्प विराम ( , )- जहाँ हमें थोड़ी देर के लिए रुकना होता है तो वहाँ अल्प विराम लगाते हैं।
उदाहरण-
1. भोपाल, जबलपुर, इन्दौर, ग्वालियर ये सभी मध्यप्रदेश के प्रमुख शहर हैं।
2. राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न राजा दशरथ के चार पुत्र थे।
3. मैंने देखा, आप नहीं रुके, तो फिर मैने अपना इरादा बदल दिया।
4.साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप।
5. 28 जून, 2021
6. 40,119, रुपये।

2 अर्द्ध विराम ( ; )जहाँ अल्पविराम की तुलना में कुछ अधिक देर रुकना हो तो वहाँ अर्ध्दविराम ( ; ) का प्रयोग होता है।
उदाहरण - राहुल जब परीक्षा में उत्तीर्ण हुआ; तो खुशियाँ मनाई गई; मिठाइयाँ भी बाँटी गई।

3.पूर्णविराम ( । ) इसका प्रयोग वाक्य की पूर्णता पर होता है।
उदाहरण - आपका स्वागत है।
गाय को गौमाता कहते हैं।
रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है।

4.अपूर्ण विराम ( : )- इसका प्रयोग वाक्य की अपूर्णता पर होता है-
जैसे - जीवन के रंग : हंसी, खुशी और गम।

5.प्रश्नवाचक चिन्ह (?)- इसका प्रयोग क्यों, कहाँ, कब, कौन आदि का वाक्य में प्रयोग होने पर होता है।
जैसे- तुम्हारा क्या है ?
तुम कहाँ जा रहे हो?
तुम कब आये?

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. शब्द क्या है- तत्सम एवं तद्भव शब्द
2. देशज, विदेशी एवं संकर शब्द
3. रूढ़, योगरूढ़ एवं यौगिकशब्द
4. लाक्षणिक एवं व्यंग्यार्थक शब्द
5. एकार्थक शब्द किसे कहते हैं ? इनकी सूची
6. अनेकार्थी शब्द क्या होते हैं उनकी सूची
7. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द (समग्र शब्द) क्या है उदाहरण
8. पर्यायवाची शब्द सूक्ष्म अन्तर एवं सूची

6.निर्देशक चिन्ह (–)
जैसे- स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है – तिलक।
पृथ्वीराज रासो – चंदबरदाई।

7.योजक.चिन्ह ( - ) इसका प्रयोग दो पदों के बीच होता है।
(1) माता-पिता
(2) धर्म-अधर्म
(3) रात-दिन

8.विस्मयादिबोधक चिन्ह ( ! )- इस चिन्ह का प्रयोग हर्ष, शोक, घृणा , भय , आश्चर्य, संबोधन आदि के लिए होता है -
जैसे - आहा ! कितना सुहावना मौसम है।
हाय राम ! वह मर गया।
छी ! छी ! कितनी बदबू है।
गुरुदेव ! मैं आपका शिष्य हूँ।

9.कोष्ठक ( ) [ ] { } इस जिनका प्रयोग मूल्य वाक्य के अर्थ को अधिक स्पष्ट करते हुए किया जाता है।
उदाहरण- वे ( पंत जी ) प्रकृति के सुकुमार कवि हैं।
कैकयी ने कहा- (सक्रोध) चली जा मंथरा।
नौकर (हाथ जोड़कर) माफी दे दो मालिक।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. 'ज' का अर्थ, द्विज का अर्थ
2. भिज्ञ और अभिज्ञ में अन्तर
3. किन्तु और परन्तु में अन्तर
4. आरंभ और प्रारंभ में अन्तर
5. सन्सार, सन्मेलन जैसे शब्द शुद्ध नहीं हैं क्यों
6. उपमेय, उपमान, साधारण धर्म, वाचक शब्द क्या है.
7. 'र' के विभिन्न रूप- रकार, ऋकार, रेफ
8. सर्वनाम और उसके प्रकार

10. इकहरा अवतरण चिन्ह ( ' ' ) किसी कथन या उक्ति को, किसी प्रसिद्ध नाम या वस्तु को उदाहरण एकहरे अवतरण चिह्न के अंदर लिखा जाता है।
इसके कवि 'कबीर दास' जी है।
महात्मा गाँधी 'राष्ट्रपिता' थे।

11. अवतरण (उध्दरण) चिन्ह (" ") इसका भी प्रयोग किसी के द्वारा कहे गये कथन या वाक्य को ज्यों का त्यों लिखने हेतु किया जाता है।
जैसे-1. सुभाष चन्द्र बोस ने कहा- "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।"
आचार्य रामचंद्र के शब्दों में - "व्यक्ति ही शैली है, शैली ही व्यक्ति है।"

12.विवरण चिन्ह (:–) इसका प्रयोग विस्तार से किसी बात को कहने के लिए किया जाता है।
उदाहरण - शब्द भेद आठ प्रकार के होते है :–
समास के 6 भेद होते हैं :–
शब्द शक्तियाँ निम्नलिखित है :–

13. लोप निर्देशक चिन्ह (------) कुछ अनावश्यक अंश छोड़ जाता है या छोड़ देने पर इसका प्रयोग करते हैं।
ताँगे की घोड़ी मर रही----------------- कर्ज था।
रहीम पानी-------मानुष चुन।

14.पुनरुक्ति सूचक चिन्ह (---,,-- ---,,----) इसका प्रयोग किसी बात को दोहराने की जगह किया जाता है।
जैसे - रमेश कुमार कक्षा ग्यारहवीं दिनेश कुमार --,,-- --,,--- जितेंद्र अग्रवाल --,,-- --,,--

15.तुलना सूचक (=) इसका प्रयोग बराबरी को दर्शाने के लिए किया जाता है
जैसे- 1. 2×2 = 4
परा+जय = पराजय।

16. संक्षेप सूचक (लाघव) (०) किसी बड़े शब्द या वाक्य को संक्षिप्त करने के लिए किया जाता है।
डॉ○ राजेंद्र प्रसाद के दूसरे राष्ट्रपति थे।
पं○ जवाहरलाल नेहरू।
मा○ दीनानाथ पाण्डेय।
म○ प्र○ भारत का ह्रदय है।
नगरी प्रचारिणी सभा (न○ प्र○ स○)

इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें।
1. मित्र को पत्र कैसे लिखें?
2. परिचय का पत्र लेखन
3. पिता को पत्र कैसे लिखें?
4. माताजी को पत्र कैसे लिखें? पत्र का प्रारूप
5. प्रधानपाठक को छुट्टी के लिए आवेदन पत्र

17. समाप्ति सूचक (--×--×--)किसी वाक्य, प्रसंग या अध्याय की समाप्ति पर सूचक स्वरूप इसका प्रयोग हमने करते हैं।
जैसे --×---×---×--

18.हंसपाद (काक पाद) (^ या <) किसी वाक्य का लिखते समय कुछ छूट जाता है, तो इसका प्रयोग करके वाक्य पूरा कर लिया जाता है।
....................................... जा
उदाहरण वह घर वापस ^ रहा था ।
इस तरह से ( ^ ) का प्रयोग छूटे हुए शब्द के लिए होता है।

19. अपूर्णता सूचक चिन्ह-(××××) जब कोई बात पूर्ण न कह कर बीच में अपूर्ण छोड़ दी जाती है तो वह दर्शाने के लिए उसका प्रयोग किया जाता है।
यथा - चारु चंद्र की चंचल किरणें
× × × × × × × × × × × × ×
स्वच्छ चांदनी बिछी हुई है।

इन प्रकरणों 👇 को भी पढ़ें।
1. हिंदी गद्य साहित्य की विधाएँ
2. हिंदी गद्य साहित्य की गौण (लघु) विधाएँ
3. हिन्दी साहित्य का इतिहास चार काल
4. काव्य के प्रकार
5. कवि परिचय हिन्दी साहित्य
6. हिन्दी के लेखकोंका परिचय

आशा है, विराम चिह्नों से संबंधित यह जानकारी परीक्षापयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
धन्यवाद।
RF Temre
infosrf.com

I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
infosrf.com


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(संबंधित जानकारी नीचे देखें।)



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