श्री कुबेर महाराज की आरती || Shri Kuber Maharaj ji ki aarti
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जय यक्ष कुबेर हरे। शरण पड़े भक्तों के, भण्डार कुबेर भरे।। ऊँ जय ...
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Read moreगणेश जी की आरती एवं इनका भावार्थ (अर्थ)। (१) जय गणेश जय गणेश देवा (२) गणपति की सेवा मंगल मेवा।
Read moreरामायण' और 'रामचरितमानस' महान हिन्दू धर्म-ग्रन्थ हैं। जनमानस में आदर्श स्थापित करने में इन ग्रन्थों की महती भूमिका है।
Read moreप्रति दिवस उपासना मन्त्रों का उच्चारण करने हेतु यहाँ जन-सामान्य के लिए नित्य स्मरणीय मन्त्र दिए गए हैं।
Read moreहिन्दू संस्कृति सहिष्णु होने के साथ-साथ अत्यंत धीर-गंभीर एवं वैज्ञानिक परम्परा का पालन करने वाली संस्कृति जो अत्यंत प्राचीन है।
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