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पिता को पत्र | Letter to father | Pattern of writing letter to father


पिता को पत्र | Letter to father | Pattern of writing letter to father

उप शीर्षक:
पिता को पत्र कैसे लिखें? इस हेतु सर्वप्रथम यहाँ पिता को पत्र का आदर्श प्रारूप प्रारंभ में बताया गया है।

सर्वप्रथम पिता को पत्र का आदर्श प्रारूप प्रारंभ में बताया गया है। इसके पश्चात नीचे पत्र को किस तरह लिखा जाना चाहिए इसकी जानकारी दी गई है।

पिता को पत्र

बाहुबली चौक
बारापत्थर
सिवनी
दिनांक- 01 -04-2021
पूज्य पिताजी,
चरण स्पर्श प्रणाम।
मैं यहाँ पर कुशल पूर्वक हूँ। आशा करता हूँ आप भी माताजी और परिवार सहित सकुशल होगे। इस समय मेरी पढ़ाई बहुत अच्छी चल रही है। कोरोना काल की वजह से मेरी परीक्षाएँ आगामी समय तक के लिए बढ़ा दी गई है और अभी यह तय नहीं है कि परीक्षाएँ कब होंगी? किंतु मैंने अपनी पढ़ाई सतत रूप से जारी रखी है।
मुझे अपने कमरे का किराया चुकाना है इस हेतु कुछ रुपयों की आवश्यकता है। आप मेरे बैंक अकाउंट में कुछ रुपए जमा करा दें, जिन्हें मैं अपने एटीएम से निकाल कर किराया का भुगतान कर सकूँ।
बाकी सब ठीक है। परीक्षा समाप्ति के पश्चात से शीघ्र ही मैं घर पहुँचुंगा। माता जी को मेरा प्रणाम कहिएगा एवं मोंटी को प्यार।
आपका प्रिय पुत्र
राहुल


इस 👇 बारे में भी जानें।
1. मित्र को पत्र कैसे लिखें?
2. परिचय का पत्र लेखन

पिता को पत्र लिखने हेतु निम्न चरणों का पालन करना चाहिए।
(1) सर्वप्रथम सबसे ऊपर दाई ओर स्वयं का पता अर्थात प्रेषक का पता लिखा जाना चाहिए।
(2) पता लिखने के पश्चात उसी के नीचे जिस तिथि को हम पत्र लिखते हैं, उसी तिथि को लिखना चाहिए।
(3) इसके पश्चात नीचे की लाइन में बायीं ओर 'पूज्य पिताजी' या 'परम आदरणीय पिताजी' से संबोधित करते हुए उसी के नीचे वाली पंक्ति में 'चरणों को स्पर्श' लिखते हुए 'प्रणाम' लिखना चाहिए।
(4) इसके पश्चात अनुच्छेद प्रारंभ करते हुए सर्वप्रथम स्वयं की कुशलता बताते हुए परिवार की कुशल क्षेम पूछते हुए जानकारी लिखना चाहिए।
(5) पत्र को आगे बढ़ाते हुए अपने स्वयं के बारे में विवरण देना चाहिए।
(6) पत्र को आगे बढ़ाते हुए अनुच्छेद बदलकर पत्र लिखने के कारण को प्रदर्शित करना चाहिए।
(7) पत्र के अंत में माता जी को प्रणाम कहते हुए परिवार के छोटे बच्चों को प्यार प्रदर्शित करते हुए लेखन करना चाहिए।
(8) जब पत्र लिखकर समाप्त हो जाए इसके पश्चात नीचे लाइन में दाएँ तरफ 'आपका प्रिय पुत्र' या 'आपका आज्ञाकारी पुत्र' लिखते हुए नीचे की पंक्ति में अपना स्वयं का नाम लिखना चाहिए।
(9) पत्र लेखन में मौलिकता झलकना चाहिए।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. लिपियों की जानकारी
2. शब्द क्या है

इस तरह उपरोक्त प्रारूप के अनुसार लेखन किया जा सकता है।


संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।👇🏻
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संबंधित जानकारी नीचे देखें।
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आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
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लेखक
(Writer)
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