दर्द महसूस होने के मूलभूत कारण : दर्द क्यों महसूस होता है।
दर्द क्यों होता है? नोसिसेप्टर्स, तंत्रिका तंत्र और दर्द महसूस होने का कारण
दर्द महसूस होने का कारण कोई बाहरी जीवाणु या बैक्टीरिया नहीं हैं, बल्कि यह हमारे शरीर के तंत्रिका तंत्र (Nervous System) की एक जटिल प्रक्रिया है।
संक्षेप में यह ऐसे होता है:
● क्षति या उत्तेजना (Damage or Stimulus): उदाहरण के लिए जब किसी धारदार हथियार से कट लगता है, तो दर्द महसूस होता है। या जब दाँत में कैविटी होती है, चोट लगती है, या कोई संक्रमण होता है, तो प्रभावित क्षेत्र में कुछ रासायनिक परिवर्तन होते हैं (जैसे सूजन)। दर्द महसूस होने के पीछे भी वही तंत्रिका तंत्र की प्रक्रिया काम करती है, लेकिन यह और भी तेज़ और सीधा होता है।
● दर्द रिसेप्टर्स की सक्रियता (Activation of Pain Receptors): हमारे शरीर के ऊतकों (Tissues) में विशेष तंत्रिका सिरे होते हैं जिन्हें नोसिसेप्टर (Nociceptors) या दर्द रिसेप्टर कहा जाता है।
● रासायनिक संदेश (Chemical Message): क्षति या सूजन होने पर, शरीर कुछ रसायन (जैसे प्रोस्टाग्लैंडिंस, ब्रैडीकाइनिन) छोड़ता है। ये रसायन तुरंत नोसिसेप्टर को सक्रिय कर देते हैं।
● विद्युत संकेत (Electrical Signal): नोसिसेप्टर सक्रिय होते ही, वे एक विद्युत संकेत उत्पन्न करते हैं। यह संकेत रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) के माध्यम से बहुत तेज़ी से मस्तिष्क तक पहुँचता है।
● मस्तिष्क द्वारा व्याख्या (Interpretation by the Brain): मस्तिष्क के थैलेमस और कॉर्टेक्स जैसे हिस्से इस संकेत को प्राप्त करते हैं और इसकी व्याख्या "दर्द" के रूप में करते हैं।
दर्द महसूस होने के मुख्य कारण
● नोसिसेप्शन (Nociception) की प्रक्रिया: यह दर्द का पता लगाने और उसे मस्तिष्क तक पहुँचाने की पूरी प्रक्रिया है, जो शरीर को खतरे के प्रति सचेत करती है।
● रसायनों का स्राव (Release of Chemicals): जीवाणु या किसी चोट के कारण होने वाली सूजन (Inflammation) इस प्रक्रिया की शुरुआत करती है, क्योंकि यह दर्द पैदा करने वाले रसायनों को जारी करती है जो नसों को उत्तेजित करते हैं।
● तंत्रिका का दबाव या क्षति (Nerve Compression or Damage): जैसे दाँत के फोड़े में नस पर दबाव पड़ता है या ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया में नस क्षतिग्रस्त होती है, तो यह सीधे तंत्रिका संकेत भेजता है।
यहाँ चरण-दर-चरण बताया गया है कि ऐसा क्यों होता है:
(1) ऊतक की क्षति (Tissue Damage): जब धारदार हथियार से कट लगता है, तो त्वचा, माँसपेशियों और रक्त वाहिकाओं जैसे ऊतक (Tissues) तुरंत कट जाते हैं।
(2) दर्द रिसेप्टर्स की यांत्रिक सक्रियता (Mechanical Activation of Pain Receptors): कट लगने से त्वचा और उसके नीचे मौजूद नोसिसेप्टर्स (Nociceptors) यानी दर्द रिसेप्टर्स को सीधी और अचानक यांत्रिक क्षति पहुँचती है। यह क्षति इन नसों के सिरों को तुरंत सक्रिय कर देती है।
(3) सूजन/रासायनिक सक्रियता (Inflammation/Chemical Activation): कट लगने के कारण क्षतिग्रस्त कोशिकाएँ और रक्त वाहिकाएँ तुरंत कई रासायनिक संदेशवाहक (Chemical Messengers) जारी करती हैं (जैसे ब्रैडीकाइनिन, हिस्टामाइन, प्रोस्टाग्लैंडिंस)। ये रसायन न केवल सूजन शुरू करते हैं, बल्कि आस-पास के नोसिसेप्टर्स को भी तुरंत उत्तेजित करते हैं।
(4) तेज़ विद्युत संकेत का संचरण (Rapid Electrical Signal Transmission): ये सक्रिय नोसिसेप्टर्स एक तीव्र विद्युत संकेत उत्पन्न करते हैं। यह संकेत रीढ़ की हड्डी के माध्यम से लगभग तुरंत मस्तिष्क तक पहुँच जाता है।
(5) मस्तिष्क में दर्द की व्याख्या (Pain Interpretation in the Brain): मस्तिष्क इस तेज़ संकेत को प्राप्त करके इसे तीव्र, तेज दर्द के रूप में व्याख्या करता है और आपको कट लगने वाली जगह का तुरंत पता चलता है।
रक्त प्रवाह का रुकना
रक्त प्रवाह का रुकना खुद दर्द का कारण बन सकता है (जैसे दिल का दौरा या ऐंठन में), क्योंकि इससे ऊतकों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जो बदले में दर्द रिसेप्टर्स को सक्रिय करने वाले रसायनों को छोड़ती है। हालाँकि, दाँत दर्द का मुख्य कारण आमतौर पर संक्रमण और सूजन के कारण नसों की उत्तेजना होता है।
यह एक सुरक्षा तंत्र है जो आपको यह जानने में मदद करता है कि शरीर को उपचार की आवश्यकता है।
संक्षेप में:
कट लगने की स्थिति में दर्द का कारण जीवाणु या रक्त प्रवाह रुकना नहीं है। यह मुख्य रूप से दर्द रिसेप्टर्स (नोसिसेप्टर्स) को सीधी क्षति और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं द्वारा जारी रासायनिक संदेशवाहकों की तत्काल प्रतिक्रिया है, जो मस्तिष्क को यह बताने के लिए एक आपातकालीन संकेत भेजती है कि शरीर को गंभीर चोट पहुँची है।
आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
(I hope the above information will be useful and important. )
Thank you.
R. F. Tembhre
(Teacher)
infosrf.com
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