आकाशीय बिजली कितने प्रकार से घातक प्रभाव डाल सकती है || आकाशीय बिजली / वज्रपात से बचाव हेतु सुझाव/उपाय
वज्रपात (बिजली) के प्रभाव के प्रकार -
(1) डायरेक्ट स्ट्राइक वज्रपात - डायरेक्ट स्ट्राइक वज्रपात पीड़ित को सीधे स्ट्राइक कर सकता है। यह स्थिति अत्यन्त ही घातक होती है। इसमें बचने की संभावना बहुत कम होती है।
(2) संपर्क चोट - यह स्थिति तब होती है जब बिजली किसी वस्तु कार या धातु के खम्भे से टकराती है जिससे पीड़ित व्यक्ति स्पर्श कर रहा होता है। ऐसी स्थिति पीड़ित व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो सकता है।
(3) साइड फलैश - यह तब होता है जब बिजली छिटक जाती है या किसी वस्तु से टकरा जाती है। जिससे कि पीड़ित व्यक्ति पर पेड़ या खंभा आदि वस्तु गिर सकती है।
(4) ग्राउण्ड करन्ट - यह तब होता है जब बिजली पीड़ित के पास जमीन से टकराती है और गाउण्ड करन्ट जमीन से होकर पीड़ित को स्ट्राइक करता है।
(5) स्ट्रीमर - जब बिजली या वज्रपात हवा को चार्ज कर देता है तो ऊर्जा प्रभाव या स्ट्रीमर जमीन के पास की वस्तुओं से उपर की ओर आ सकते है कभी-कभी ये स्ट्रीमर लोगों के माध्यम से उपर की ओर जाते है। जिससे पीड़ितों को नुकसान होता है।
(6) धमाके से चोट - बिजली के विस्फोट प्रभाव के कारण पीड़ित व्यक्ति उस स्थल से दूर तक फेंका जा सकता इस कारण उसे गहरी चोट लग सकती है।
आकाशीय बिजली / वज्रपात से संबंधित कुछ महत्तवपूर्ण तथ्य
(क) बाहरी गतिविधियाँ खेतों, औद्योगिक स्थान, लोडिंग और अनलोडिंग जैसे निर्माण और सामग्री हैंडलिंग वाले स्थलों में काम करने वाले लोग सबसे अधिक प्रभावित होते है।
(ख) एक जगह पर कई बार वज्रपात हो सकता है। विशेष रूप से उँचे नुकीले संरचना / पेडों से।
(ग) आकाशीय बिजली / वज्रपात वर्ष के किसी भी समय गिर सकती है परंतु मानसून के पूर्व जून जुलाई में आम तौर ऐसी घटनायें सबसे अधिक होती है।
(घ) दोपहर और छः बजे के बीच आकाशीय बिजली / वज्रपात की घटनायें सर्वाधिक देखी गई है।
(ङ) रबर शोल के जूते अथवा टायर से बचाव नहीं हो सकता है।
(च) यह आवश्यक नहीं है कि बारिश के दौरान ही वज्रपात हो।
(छ) ऐसी घटना बारिश वाले सत्र में 10 मील दूर तक हो सकती है अथवा तूफान आने के पहले या बाद में ऐसी घटना हो सकती है।
सुरक्षित संरचना / घर कार्यस्थल के अंदर सुरक्षात्मक उपाय
(अ) बिजली एवं इलेक्ट्रॉनिक के उपकरणों के संपर्क में नहीं रहे और इनका पॉवर प्लग निकाल दें ताकि मुख्य सप्लाई से बिजली का प्रवाह नहीं हो पायें। अपने कम्प्यूटर लेपटॉप, गेम सिस्टम, वॉशर, ड्रायर, स्ट्रोव या इलेक्ट्रिकल आउटलेट से जुड़ी किसी भी चीज का उपयोग न करें। बिजली इलेक्ट्रिकल सिस्टम, रेडियो और टेलीविजन रिसेप्शन सिस्टम और क्रांकीट की दीवारों फर्श में किसी भी धातु के तारों के माध्यम से यात्रा कर सकती है घर का अर्थिंग होना सुनिश्चित कर ले।
(ब) खिडकियों, दरवाजे बन्द रखे। खुले हुए खिडकी, दरवाजे अथवा धातु के पाइप इत्यादि के पास खड़े नहीं रहें। खिडकियों, दरवाजों बरामदों और क्रांकीट से बचें।
(स) क्रांक्रीट के फर्श पर न लेटें। इसके आलावा क्रांक्रीट की दीवारों पर झुकाव से बचें। बिजली किसी भी धातु के तारों या क्रांक्रीट की दीवारों या फर्श में सलाखों के माध्यम से यात्रा कर सकती है।
(द) पानी के धातु पाइप से बिजली प्रवाहित हो सकती है। अतः यदि आपके क्षेत्र में बिजली गिरने की संभावना हो तो इस पाइप लाइन से दूर रहें।
(इ) कॉर्डलेस फोन से बचें गरज के दौरान कॉर्डलेस फोन का उपयोग करना सुरक्षित नहीं है। उनका उपयोग न करें। हालांकि तूफान के दौरान कॉर्डलेस या सेलुलर फोन का उपयोग करना सुनिश्चित है।
(फ) खाली पैर फर्श या जमीन पर न खडे रहें। घर के पोर्च से दूर रहें।
(ग) स्नान, बर्तन धोना या पानी के साथ कोई अन्य संपर्क न करें क्योंकि बिजली इमारत की पाइप लाईन से यात्रा कर सकती है।
घर से बाहर फँस गये हो तो सुरक्षात्मक उपाय
(i) प्रवाहकीय सामग्री से दूर रहें। धातु का मचान, धातु के उपकरण पानी के पाईप या प्लबिंग सहित बिजली का संचालन करने वालों सामग्री या सतहों को न छुए।
(ii) लंबी संरचानाओं से बचें। बिजली के खंभे टेलीफोन के खंभे, ऊँचे पेड़, छत, मचान, उपयोगिता खंभे, सीढ़ी पेड़ और बड़े उपकरण जैसे बुलडोजर, केन और ट्रेक्टर सहित लम्बे या ऊँची वस्तुओं से अथवा पहाड़ी के टेकरी से दूर रहें। बिजली ऐसे ही स्थलों पर अधिकतम गिरती है अथवा प्रवाहित होती है।
(iii) विस्फोटक से दूर रहे। यदि आप विस्फोटकों के क्षेत्र में है तो यहाँ से तुरंत सुरक्षित स्थल की ओर चले जाएँ।
(iv) दोपहिया वाहन से दूर रहें। साईकिल दोपहिया वाहन अथवा अन्य वाहनों से तुरंत उतर कर किसी सुरक्षित स्थल की ओर जाएं। ये वाहन विदयुत की आकर्षित कर सकते है। धातु संरचना अथवा धातु शीट वाले संरचना से दूर रहें।
(v) पानी से दूर रहें। पानी बिजली को आकर्षित करता है अतः पानी में रहना सुरक्षित नहीं है। यदि आप बोट अथवा पानी में हो तो तत्काल सतह पर आ कर अपने को बचाएं। तालाब, नदी के किनारों, नाव आदि खुले स्थानों में न रहें।
(vi) यदि आप सड़क पर है तथा तुरंत किसी सुरक्षित स्थल में नहीं जा सकते हो, तो कोई ऐसी गाडी जिसकी छत अत्यंत मजबूत हो, सुरक्षित स्थल हो सकता है।
(vii) यदि आप उचाई वाले खुले स्थान में घिर गये हो तो निचले स्थल की तरफ चलें जायें।
(viii) यदि आपको बिजली चमकने के 10 सेकेण्ड के बाद गर्जन सुनाई देती है तो इसका मतलब है कि वो आपसे 3 कि.मी. दूर है। अतः तुरन्त ही सुरक्षित आश्रय ढूँढे। गर्जन सुनने के बाद कम से कम तीस मिनट तक सुरक्षित स्थल पर रहें।
(ix) यदि लोगों के समूह में हो तो अलग-अलग खड़े हो जावे।
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