
ऑपरेशन सिंदूर – आतंकवाद पर भारत की निर्णायक प्रहार नीति और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन
ऑपरेशन सिंदूर – भारत की आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
निम्न बिन्दुओं पर नीचे चर्चा की गई है―
1. ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य और स्थान क्या था?
2. यह ऑपरेशन किन संगठनों के विरुद्ध संचालित किया गया?
3. ऑपरेशन सिंदूर को नाम क्यों दिया गया?
4. इस ऑपरेशन से भारत की रक्षा नीति में क्या परिवर्तन दिखाई देता है?
5. इसकी तुलना पूर्व के किन सैन्य अभियानों से की जा सकती है?
पृष्ठभूमि― 7 मई 2025 को भारत ने एक बार फिर विश्व को यह दिखा दिया कि वह अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करता। इस दिन भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” नामक एक विशेष सैन्य मिशन को अंजाम दिया, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति का प्रतीक है। यह ऑपरेशन गुप्त, तेज़ और प्रभावशाली रहा, जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।
ऑपरेशन सिंदूर को नाम क्यों दिया गया? ऑपरेशन सिंदूर का नाम भारतीय संस्कृति से गहराई से जुड़ा हुआ है। 'सिंदूर' भारतीय स्त्रियों के लिए सौभाग्य, सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक है। इस नाम के चयन से भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि यह कार्रवाई भारत माता की रक्षा, अस्मिता और गौरव की रक्षा हेतु की गई है। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह नाम ही ऑपरेशन की संवेदनशीलता और गरिमा को परिभाषित करता है।
भारतीय सेनाओं का समन्वय― यह ऑपरेशन भारतीय सेना, वायुसेना और खुफिया एजेंसियों के संयुक्त समन्वय से संचालित हुआ। मिली जानकारी के अनुसार, इस अभियान में अत्याधुनिक ड्रोन, सटीक बमबारी और रात्रि में लक्ष्यभेदन तकनीकों का उपयोग किया गया। इसमें लगभग 10 आतंकी ठिकाने पूरी तरह ध्वस्त किए गए, जिनमें से कुछ पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में संचालित हो रहे थे।
ऑपरेशन की मुख्य विशेषता― विशेष बात यह रही कि इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार के कुछ सदस्य भी मारे गए। यह वही आतंकी है जो 2001 में भारतीय संसद पर हमले और 2019 के पुलवामा हमले का मुख्य साजिशकर्ता रहा है। इस कार्रवाई से भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह आतंक के सरगनाओं को पनपने नहीं देगा, चाहे वे कहीं भी छिपे हों।
भारत की रक्षा नीति― ऑपरेशन सिंदूर को बालाकोट एयरस्ट्राइक (2019) और सर्जिकल स्ट्राइक (2016) की अगली कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि भारत ने अब "रक्षात्मक कूटनीति" से आगे बढ़ते हुए "आक्रामक रक्षा नीति" अपनाई है, जो हर प्रकार के हमले का मुँहतोड़ जवाब देने को तत्पर है।
अंतरराष्ट्रीय रक्षा कानून एवं भारत की रणनीति― भारत की यह कार्रवाई पूर्णतः अंतरराष्ट्रीय कानूनों और आत्मरक्षा के अधिकार के अंतर्गत की गई। विश्व समुदाय ने भी भारत के इस कदम को आतंकवाद के विरुद्ध सख्त रुख के रूप में देखा। अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देशों ने भारत के आत्मरक्षात्मक कदम का समर्थन किया और पाकिस्तान को अपनी धरती पर पल रहे आतंकी संगठनों के विरुद्ध कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
भारत की सैन्य शक्ति, खुफिया क्षमताओं और नेतृत्व की निर्णायकता― पाकिस्तान, हमेशा की तरह, इस ऑपरेशन को नकारने की कोशिश करता रहा, लेकिन सैटेलाइट चित्र और खुफिया रिपोर्ट्स ने यह प्रमाणित किया कि भारतीय सेना ने सटीक लक्ष्य साधते हुए आतंकी शिविरों को नष्ट किया। यह कार्रवाई पाकिस्तान के लिए सामरिक, राजनीतिक और नैतिक रूप से बड़ा झटका थी।
इस ऑपरेशन से भारत की सैन्य शक्ति, खुफिया क्षमताओं और नेतृत्व की निर्णायकता का भी परिचय मिला। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA), सेना प्रमुख, और प्रधानमंत्री कार्यालय के नेतृत्व में यह ऑपरेशन निष्पादित किया गया। इसे 'ऑपरेशन ग्रीन सिग्नल' के तहत स्वीकृति दी गई थी।
ट्रेडिंग विषय OperationSindoor – इस तरह की कार्रवाईयों का भारत के आंतरिक मनोबल पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। देशभर में नागरिकों ने सेना के पराक्रम और केंद्र सरकार की नीति की सराहना की। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड करता रहा, और देशवासियों ने इसे गर्व और सम्मान से जोड़ा।
महत्वपूर्ण तथ्य (Quick Facts)
○ ऑपरेशन का नाम - ऑपरेशन सिंदूर
○ तिथि - 7 मई 2025
○ उद्देश्य – सीमापार आतंकी ठिकानों का विनाश
○ स्थान - पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर व सीमावर्ती क्षेत्र
○ मुख्य लक्ष्य - जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर, हिजबुल के ठिकाने
○ प्रमुख उपलब्धि - मसूद अजहर के परिवार के आतंकी मारे गए
○ संचालन में शामिल - सेना, वायुसेना, RAW, NSA
○ संबंधित विषय – राष्ट्रीय सुरक्षा, समसामयिक घटनाएँ, रक्षा नीति
○ प्रेरणा - भारत की 'ज़ीरो टॉलरेंस' आतंकवाद नीति।
लेख की महत्ता― यह लेख न केवल वर्तमान घटनाओं का सार प्रस्तुत करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब रणनीतिक रूप से कितना मजबूत और निर्णायक हो चुका है। यह संपूर्ण घटनाक्रम भारतीय सैन्य इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज किया जाएगा।
आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
(I hope the above information will be useful and important. )
Thank you.
R. F. Tembhre
(Teacher)
infosrf.com
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी से संबंधित लिंक्स👇🏻
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से संबंधित लेख 👇
1.राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 परिचय पर आधारित 32 परीक्षा उपयोगी प्रश्न
2. नई शिक्षा नीति 2020 और पहले की नीतियाँ - उद्देश्य, प्रमुख सिद्धांत और शिक्षा प्रणाली में सुधार के प्रयास
इन गणित के प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें।
1. प्राकृत संख्याओं को प्राकृत संख्याएँ ही नाम क्यों दिया गया है?
2. सबसे बड़ी संख्या ब्रह्म संख्या : भारतीय संख्या प्रणाली
3. अंकगणित का इतिहास संख्यांकन पद्धति कैसे विकसित हुई?
4. मिलियन बिलियन वाली स्थानीय मान सारणी
5. संख्याओं के प्रकार- प्राकृत, पूर्ण, पूर्णांक, परिमेय
6. भिन्न की समझ
7. विमा या आयाम क्या है? द्विविमीय या द्विआयामी एवं त्रिविमीय या त्रिआयामी वस्तुओं की अवधारणा
8. शून्य का गुणा, शून्यान्त संख्याओं का गुणा, गुण्य, गुणक एवं गुणनफल
9. भाग संक्रिया- भाग के घटक- भाज्य भाजक भागफल और शेष
10. गणित आधारित जादुई पहेलियाँ (पैटर्न)
11. प्रतिशत से प्राप्तांक एवं प्राप्तांकों से प्रतिशत निकालने का सूत्र कैसे बना?
12. टैनग्राम क्या है? इसका आविष्कार एवं विकास
13. गणित- ऐकिक नियम क्या है?
Comments