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Stock register formet in hindi | नया स्टॉक रजिस्टर कैसे बनायें
किसी भी शासकीय संस्था, फर्म या विद्यालय में अवस्थित सामग्रियों, अभिलेखों के लिए भंडार पंजी अर्थात स्टॉक रजिस्टर का संधारण किया जाता है। यदि संस्था में भंडार पंजी पूर्व से है, तब तो ठीक है किंतु कई बार संस्थाओं या विद्यालय में भंडार पंजी नहीं होती है या होती भी है तो आधी-अधूरी होती है। फिर संस्था या विद्यालय के लिए हम नए सिरे से नई भंडार पंजी अर्थात स्टॉक रजिस्टर कैसे लिखें?
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दाखिल खारिज रजिस्टर का लेखन कैसे करें
यहाँ पर पूर्ण जानकारी प्रदान की गई है। इस लेख के नीचे वीडियो लिंक दिया गया है, उस पर क्लिक कर संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आइए देखते हैं एक विद्यालय के लिए स्टॉक पंजी कैसे लिखी जावे।
जैसा कि नीचे आप स्टॉक रजिस्टर (भंडारण पंजी) के प्रारूप को देख रहे हैं।
उक्त प्रारूप को देखें तो इसमें 1. Date (तिथि) 2. Particulars (विवरण) 3. Opening balance (मौजूदा स्टॉक) 4. Receipt (आमद) 5. Total (योग) 6. Issued Quantity (खर्च) 7. Balance of stock (शेष स्टॉक) और 8. Remark (विशेष) के कालम दिए गए हैं।
उक्त कालमों में जानकारी किस तरह है भरी जानी चाहिए इस बारे में संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है।
1. Date (तिथि) जिस तारीख को नया सामान खरीदा जाता है अर्थात बिल (वाउचर) की तिथि को अंकित किया जाता है।
2. Particulars (विवरण) दुकान से जो सामग्री क्रय की गई है, उस सामग्री का नाम या उसकी अति संक्षिप्त जानकारी लिखी जाती है।
3. Opening balance (मौजूदा स्टॉक) जिस प्रकार की सामग्री क्रय की गई है क्या उस प्रकार की सामग्री विद्यालय में पूर्व से अवस्थित है। यदि अवस्थित है तो उस सामग्री की संख्या लिखी जाती है। जैसे नई सामग्री हमने चाक के डिब्बे खरीदा है और पूर्व से ही हमारे विद्यालय में 4 चाक डिब्बे हैं तो मौजूदा स्टाफ में 4 नग आएगा।
4. Receipt (आमद) जो सामग्री क्रय की गई है उसकी संख्या लिखी जाती है। जैसे- 6 नग हमने चाक के डिब्बे खरीदे तो आमद में 6 लिखा जाएगा।
5. Total (योग) कॉलम तीन एवं कॉलम चार के योग को लिखा जाता है जैसे 4 नग पूर्व के चाक डिब्बे एवं 6 नग क्रय किए गए चिक डिब्बे इस तरह कुल 10 नग लिखा जायेगा।
6. Issued Quantity (खर्च) कुल सामग्री में से कितने उपयोग कर लिए गए उनकी संख्या लिखी जाती है।
7. Balance of stock (शेष स्टॉक) खर्च के बाद कितनी सामग्री शेष बची उसकी संख्या लिखी जाती है।
8. Remark (विशेष) सामग्री की समाप्ति या खराब होने से संबंधित जानकारी लिखकर संस्था प्रधान के हस्ताक्षर किए जाते हैं। उपरोक्त खंडों में जानकारी किस तरह लिखें हमने समझा।
यदि आप वित्तीय अभिलेखों से संबंधित जानकारी को पढ़ना चाहते हैं नीचे के प्रकरणों परटच करें।
वित्तीय अभिलेख।
1. कैशबुक लिखने का तरीका जानें।
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अब हम जानते हैं, यदि हमारी संस्था या विद्यालय में स्टॉक रजिस्टर नहीं है और हमें नए सिरे से स्टॉक रजिस्टर लिखना है तो उसके लिए कैसा लिखेंगे।
एक विद्यालय में जितनी भी सामग्री हो, चाहे विद्यालय में पंजियाँ (registers), फाइलें या सामग्री हो उसको क्रमानुसार इस तरह से लिखना चाहिए।
पंजियों (अभिलेखों का क्रम)
1. दाखिल खारिज पंजी
2. जन्मतिथि पंजी
3. वार्षिक परीक्षाफल पंजी
4. अर्धवार्षिक (प्रतिभा पर्व) परीक्षाफल पंजी
5. मूल्यांकन पंजी
6. शिक्षक उपस्थिति पंजी
7. विद्यार्थी उपस्थिति पंजी
8. रोकड़ बही (cashbook) पंजी
9. खाता बही (ledger) पंजी
10. भंडार स्टाक पंजी
11. चैक वितरण पंजी
12. वाउचर फाइल
13. आवक जावक (डॉक) पंजी
14. निरीक्षण पंजी
15. अवलोकन पंजी
16. विद्यार्थी प्रमोशन पंजी
17. स्थानान्तरण प्रमाणपत्र (T.C.) प्रदाय पंजी
18. अंकसूची प्रदाय पंजी
19. सुरक्षा बीमा योजना पंजी
20. स्काउट गाइड पंजी
21. वेतन पत्रक पंजी
22. पालक सूचना पंजी
23. गणमान्य नागरिक आमंत्रण पंजी
24. पालक शिक्षक संघ या शाला प्रबंधन समिति पंजी
25. पर्व (उत्सव) पंजी
26. शिक्षक आदेश पंजी
27. बालसभा पंजी
28. सामग्री वितरण पंजी
29. बुक बैंक पंजी
30. मध्यान भोजन पंजी
31. मुख्यालय त्याग पंजी
32. अवकाश लेखा पंजी
33. दक्षता उन्नयन पंजी
34. बाल कैबिनेट गठन पंजी
35. ओजस यूथ क्लब पंजी
36. जॉय फुल लर्निंग पंजी
37. विद्यार्थी टीकाकरण पंजी
38. प्राथमिक प्रमाण पत्र परीक्षा संचालन पंजी
39. पालक संपर्क पंजी
40. अनुपस्थित छात्र बुलावा पंजी
फाइलें
1. आवक (आदेश या दिशा निर्देश) फाइल
2. जावक (कार्यालयीन प्रति) फाइल
3. विद्यार्थी प्रवेश फाइल
4. टीसी\अंकसूची फाइल
5. डाक्यूमेंट्स फाइल
उपरोक्त फाइलों के अलावा अन्य कई तरह की फाइलें विद्यालय में या संस्था में होती हैं, उन्हें क्रमानुसार स्टॉक रजिस्टर में लिख लेना चाहिए।
उपरोक्त विद्यालय अभिलेखों में से जितने भी विद्यालय में अवस्थित हैं, उन्हें तिथिवार (कौन सा रजिस्टर कब से कब तक) जैसा की वीडियो में बताया गया है, क्रम से लिख लेना चाहिए।
उपरोक्त अभिलेखों के लेखन के पश्चात विद्यालयीन सामग्रियों का विवरण क्रमानुसार इस तरह लिख लेना चाहिए।
1. स्कूल फर्नीचर
2. खेलकूद सामग्री
3. सहायक शिक्षण सामग्री
4. विद्यार्थी बैठक व्यवस्था सामग्री
5. बर्तन सामग्री
6. विद्यालय इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
7. स्टेशनरी से संबंधित सामग्री
8. अन्य उपकरण एवं सामग्री
उपरोक्त सामग्री के अलावा अन्य किसी भी तरह की सामग्री यदि संस्था या विद्यालय में है तो उसे क्रमानुसार लिख लेना चाहिए।
विद्यालयीन सामग्री या पुस्तकालय सामग्री विद्यालय में कई तरह का साहित्य होता है। जिसमें विद्यार्थियों के पठन-पाठन, नैतिक शिक्षा एवं मनोरंजन के लिए कहानी, कविताओं की पुस्तकें, शिक्षक प्रशिक्षण सामग्री इत्यादि को भंडार पंजी में अंकित कर लेना चाहिए।
टीप शासन के द्वारा प्रदान की जाने वाली विद्यार्थियों की पाठ्य पुस्तकों को बुक बैंक पंजी में अलग से ही संधारित करना चाहिए।
यदि विद्यालय में भंडार पंजी नहीं है, तो उक्तानुसार हम सामग्रियों को स्टॉक पंजी में अंकित कर सकते हैं। इसके पश्चात जब भी नई सामग्री की आमद होती है अर्थात हम नई सामग्री का क्रय करते हैं तो उसकी तिथि लिखकर सामग्री को अंकित करते हुए आमद के कॉलम में संख्या लिखकर, मौजूदा स्टॉक में जोड़कर कुल योग में लिखते हुए खर्च को दर्शाकर शेष बैलेंस को लिख लेना चाहिए।
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अधिक और बेहतर जानकारी के लिए नीचे दी गई वीडियो की लिंक पर क्लिक करें।
आशा है, यह जानकारी महत्वपूर्ण एवं उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
RF Temre
infosrf.com
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
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(संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।)
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