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भारतवर्ष के राजपूत राजवंश | Rajput Dynasties of India

छठी शताब्दी ईस्वी के पश्चात् उत्तर भारत में अधिकांशतः राजपूत राजवंश के शासकों ने शासन किया। अतः उत्तर भारतीय इतिहास की सातवीं से बारहवीं शताब्दी की अवधि को 'राजपूत काल' के नाम से जाना जाता है।

After the 6th century AD, the rulers of Rajput dynasty ruled mostly in North India. Hence the period of 7th to 12th century of North Indian history is known as 'Rajput period'.

राजपूतों की उत्पत्ति के संबंध में अलग-अलग विद्वानों ने अलग-अलग मत हैं। कुछ विद्वान के अनुसार यह भारत में निवास करने वाली जाति के लोग हैं। कुछ अन्य इन्हें विदेशियों की संतान मानते हैं। कुछ विद्वानों के अनुसार राजपूतों की उत्पत्ति आबू पर्वत पर वशिष्ठ के अग्निकुंड से हुई है। राजपूतों की उत्पत्ति का यह सिद्धांत चंदबरदाई की रचना 'पृथ्वीराज रासो' पर आधारित है।

Different scholars have different opinions regarding the origin of Rajputs. According to some scholars, these are the people of the caste residing in India. Some others consider them to be the children of foreigners. According to some scholars, the origin of Rajputs is from the fire pit of Vashistha on Mount Abu. This theory of the origin of Rajputs is based on Chandbardai's work 'Prithviraj Raso'.

इन 👇एतिहासिक महत्वपूर्ण प्रकरणों को भी पढ़ें।
1. बंगाल का पाल वंश- गोपाल, धर्मपाल, देवपाल, महिपाल प्रथम, रामपाल
2. बंगाल का सेन वंश- विजयसेन, बल्लालसेन और लक्ष्मण सेन
3. कश्मीर के इतिहास का ग्रंथ- कल्हण कृत राजतंरगिणी
4. कश्मीर के महत्वपूर्ण राजवंश- कार्कोट वंश, उत्पल वंश और लोहार वंश

इस अवधि के महत्वपूर्ण राजपूत राजवंश निम्नलिखित हैं-
1. गुर्जर प्रतिहार राजवंश
2. अन्हिलवाड़ (गुजरात) का चालुक्य राजवंश या सोलंकी वंश
3. शाकंभरी का चौहान राजवंश
4. मालवा का परमार राजवंश
5. कन्नौज का गहड़वाल राजवंश
6. जेजाकभुक्ति का चंदेल राजवंश

The important Rajput dynasties of this period are-
1. Gurjara Pratihara Dynasty
2. Chalukya dynasty or Solanki dynasty of Anhilvad (Gujarat)
3. Chauhan dynasty of Shakambhari
4. Parmar Dynasty of Malwa
5. Gahadwal dynasty of Kannauj
6. Chandela Dynasty of Jejakabhukti

इन 👇एतिहासिक महत्वपूर्ण प्रकरणों को भी पढ़ें।
1. मध्य प्रदेश की पुरातात्विक विरासत
2. भारतीय इतिहास के गुप्त काल की प्रमुख विशेषताएँ
3. आर्य समाज - प्रमुख सिद्धांत एवं कार्य
4. सम्राट हर्षवर्धन का राजवंश, प्रशासन, धर्म, साहित्य, उपलब्धियाँ और जीवन संघर्ष
5. कनौज पर शासन के लिए त्रिपक्षीय संघर्ष

आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
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    pintu goutam

    Posted on October 26, 2021 07:10AM

    pintu goutam

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