पाठ 6 'पन्ना का त्याग' सारांश एवं अभ्यास - प्रश्नोत्तर || 'Panna ka Tyag' Summary and Exercise - Questions and Answers
कविता का सारांश
मेवाड़ के राजकुमार उदयसिंह का धाय माँ पन्ना की देखरेख और ममत्व में लालन-पालन हो रहा था। खूनी, गद्दार बनवीर उदयसिंह की हत्या करना चाहता था। वह तलवार लेकर महल में पहुँचता है। पन्ना अपने स्वामी के प्रति वफादार है। वह मन में विचार करती है कि क्यों न उदय के स्थान पर स्वयं के पुत्र चन्दन को रख दिया जाये जिससे बनवीर की कोधाग्नि शान्त हो सकती है और मेवाड़ के कुलदीपक की जान बच सकती है।वह वैसा ही करती है। अपनी स्वामी भक्ति का कर्तव्य पालन करते हुए वह अपने कलेजे पर पत्थर रखकर उदयसिंह के कपड़े चन्दन को पहनाकर उदयसिंह की शैय्या पर सुला देती है।उदय सिंह को कीरत (पत्तल होने उठाने वाले) के टोकरे में पत्तल दोनों के बीच छिपाकर महल से बाहर भिजवा देती है। इधर बनवीर उस कक्ष में पहुँचता है जिसमें चन्दन, उदय सिंह के बिस्तर पर सोया है। बनवीर उदयसिंह के बारे में पूछता है तो अपने हृदय को कठोर कर पन्ना चन्दन की ओर इशारा कर देती है। बनवीर चन्दन की उदयसिंह समझकर हत्या कर देता है। इस तरह पन्ना अपने प्रिय पुत्र का बलिदान कर मेवाड़ राज्य के चिराग उदयसिंह की रक्षा करती करती है। आज भी इतिहास के पन्नों में स्वामी भक्ति के लिए पन्ना का नाम अमर है।
बोध प्रश्न
प्रश्न 1 – निम्नांकित शब्दों के अर्थ शब्दकोश से खोजकर लिखिए।
ज्वाला = अग्नि की लपट (क्रोध की आग)।
कपटी = षड़यंत्रकारी, छली।
विचित्र = अनोखा।
अविरल = लगातार, बिना रुके हुए।
अविचल = दृढ़, अडिग।
चीत्कार = डर या भय से चिल्लाना।
शय्या = बिस्तर।
पाषाण = पत्थर।
शोणित = खून, रक्त, लहू, रुधिर।
मृगी = हिरनी।
कौंध = चमकना।
हाहाकार = भय या आतंक से रोना-चिल्लाना।
मही = वसुंधरा, धरती।
कातर = भयभीत, डरा हुआ।
छौने = मासूम निरीह बालक।
कक्षा 5 हिन्दी (भाषा भारती) के
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प्रश्न 2 – निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
(क) बनवीर तलवार लेकर महल में क्यों गया था?
उत्तर – बनवीर मेवाड़ के राजकुमार उदय सिंह की हत्या करने के उद्देश्य से तलवार लेकर महल में गया था।
(ख) पन्ना ने उदय सिंह की रक्षा किस प्रकार की?
उत्तर – पन्ना ने अपने पुत्र चन्दन को उदय सिंह के कपड़े पहनाकर चन्दन को उदय सिंह के बिस्तर पर सुला दिया। क्रोध में अन्धे बनवीर ने बिना देखे उदय सिंह बने चन्दन का वध कर दिया। इस प्रकार पन्ना ने अपने पुत्र का बलिदान देकर कुँवर उदयसिंह की रक्षा की।
(ग) उदयसिंह को बचाने में कीरत ने किस प्रकार सहायता की?
उत्तर – कीरत मेवाड़ के राजघराने का एक स्वामीभक्त सेवक था। उसने उदय सिंह को बचाने में सहायता हेतु पत्तल-दोनों के बड़े से टोकने में उदयसिंह को छिपाकर सुरक्षित महल से बाहर निकाल लिया।
(घ) चंदन की हत्या किसने की?
उत्तर – चन्दन की हत्या बनवीर ने की।
(ङ) पन्ना क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर – पन्ना अपनी स्वामीभक्ति, निर्भयता, त्याग और बलिदान जैसे अतुलनीय गुणों के कारण प्रसिद्ध है। उसके इन्हीं गुणों के कारण इतिहास के सुनहरे पन्नों में अमर है।
प्रश्न 3 – कविता की इन पंक्तियों को पूरा कीजिए।
(क) बादल में बिजली कौंध गई, था एक विचित्र विचार जगा।
(ख) चन्दन को उदय बना डालूँ, तो रक्त प्यास बुझ सकती है।
(ग) बहते थे आँसू लगातार, माँ का ममत्व चीत्कार उठा।
(घ) पाषाण बन गई थी ममता, चन्दन सपनों में खोया था।
(ङ) इतने में हाहाकार मचा, यमराज आ गया महलों में
(च) इतिहास सदा दोहराएगा, स्वामी भक्ति का यह पन्ना।
प्रश्न 4 – नीचे लिखे भाव या विचार कविता की जिन पंक्तियों में आए हैं, वे पंक्तियाँ लिखिए।
(क) उदय सिंह और चन्दन पन्ना की ममतामयी छाया में लेटे थे।
पंक्तियाँ – लेटे थे उदय सिंह- चन्दन,
पन्ना की ममता छाया में।
(ख) बनवीर महल में जा रहा था। क्या पता, क्या होने वाला था?
पंक्तियाँ – बनवीर जा रहा महलों में,
था जाने क्या होने वाला।
(ग) उदय सिंह को पत्तल-दोनों के बीच छिपाकर कीरत महल से गया।
पंक्तियाँ – पत्तल-दोनों के बीच छिपा,
महलों से कीरत निकल चला।
(घ) एक हिरनी ने अपने बच्चे को सिंह के हाथों में सौंप दिया।
पंक्तियाँ – एक मृगी ने छौने को,
सिंह के हाथों सौंप दिया।
(ङ) मेवाड़ के राजकुमार की रक्षा के लिए, पन्ना के सामने उसका पुत्र मृत पड़ा था।
पंक्तियाँ – मेवाड़ी सूरज रक्षा हित,
मृत पड़ा सामने छौना था।
(च) मानो स्वयं विधाता ने ही सभी नक्षत्र बदल दिए।
पंक्तियाँ – मानो आ स्वयं विधाता ने,
सारे नक्षत्र बदल डाले।
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