पाठ 2 आना मेरे गाँव (कविता कक्षा -2) || भावार्थ एवं अभ्यास (प्रश्नोत्तर)
कविता
कोयल बोले कुहू कुहू
बिल्ली बोले म्याऊँ।
मीठी बोली सुनना है तो
आना मेरे गाँव।।
बन्दर कूदे डाली-डाली
बरगद देता छाँव।
शुद्ध हवा गर पाना है तो
आना मेरे गाँव।।
बच्चे खेलें गुल्ली-डंडा
केवट खेता नाव।
सच्चा सुख पाना है तो
आना मेरे गाँव।।
झगड़ा दंगा कभी न होता
बैठे सब एक ठाँव।
अपनापन गर पाना है तो
आना मेरे गाँव।।
दादा-दादी की आशीषें
अम्मा के आँचल की छाँव।
प्यार सभी का पाना है तो
आना मेरे गाँव।।
डॉ. तारा निगम
कविता का भावार्थ-
संदर्भ- प्रस्तुत कविता भाषा भारती पाठ्यपुस्तक की पाठ 2 'आना मेरे गाँव' से ली गई है। इस कविता की रचनाकार डॉ तारा निगम हैं।
प्रसंग- प्रस्तुत कविता में गाँव के अनुपम दृश्यों का वर्णन करते हुए अच्छाई का वर्णन किया गया है।
भावार्थ - इस कविता में गाँव के दृश्यों का वर्णन करते हुए कहा गया है कि यदि आपको कोयल की कुहू-कुहू बोलने की मधुर आवाज और बिल्ली के म्याऊं-म्याऊं बोलने की आवाज सुनना है तो आपको तो मेरे गाँव आना होगा।
गाँव में बंदर पेड़ों पर इस डाली से उस डाली पर उछल-कूद करते हैं। बरगद का पेड़ सभी को छाया देता है। यदि आपको श्वास में शुद्ध हवा लेना है तो फिर मेरे गाँव आना होगा।
यहाँ गाँव में बच्चे बहुत ही मजेदार गुल्ली-डंडा का खेल खेलते हैं। यहाँ की नदियों में केवट नाव चलाता है। यदि आपको सच्चा सुख और आनंद चाहिए तो मेरे गाँव आना होगा।
गांव में कहीं पर भी लड़ाई झगड़े नहीं होते हैं सभी लोग एक ही जगह पर मिल जुल कर रहते हैं यदि आपको अपनापन (अपनत्व) पाना है तो फिर मेरे गाँव आना होगा।
गाँव में दादा-दादी, माता-पिता सभी एक साथ रहते हैं। यहाँ दादाजी, दादीजी सदैव आशीर्वाद देते हैं। माँ अपनी ममता प्रदान करती है। यदि आपको सभी का प्रेंम प्राप्त करना है तो मेरे गाँव आना होगा।
शब्दार्थ
केवट = नाव चलाने वाला।
ठाँव = स्थान या ठौर।
आशीषें = आशीर्वाद।
शुद्ध = साफ, जिसमें मिलावट न हो।
खेना = नाव को पतवार से पानी में चलाना।
अभ्यास
1. बताइए-
(अ) नाव चलाने वाले को क्या कहते हैं?
उत्तर - नाव चलाने वाले को केवट कहते हैं।
(आ) कोयल कैसे बोलती है?
उत्तर - कोयल कुहू-कुहू बोलती है।
(इ) कविता की चार पंक्तियाँ सुनाइए।
उत्तर - कोयल बोले कुहू कुहू
बिल्ली बोले म्याऊँ।
मीठी बोली सुनना है तो
आना मेरे गाँव।।
2. लिखिए-
(अ) बच्चे क्या खेलते हैं?
उत्तर - बच्चे गुल्ली-डण्डा खेलते हैं।
(आ) केवट क्या खेता है?
उत्तर - केवट नाव खेता है।
(इ) बरगद हमें क्या देता है?
उत्तर - बरगद हमें छाँव देता है।
3. (अ) नीचे दिए वर्णों को क्रम से लिखिए-
ण ढ ठ ड ट भ प ब फ म
सही क्रम -
ट ठ ड ढ ण
प फ ब भ म
(ब) नीचे दिए वर्णों को मिलाकर सही शब्द बनाइए-
य ल को - कोयल
व ट के - केवट
र ब द ग - बरगद
ल आँ च - आँचल
(स) शुद्ध शब्द लिखिए-
शब्द - शुद्ध शब्द
कूहू - कुहू
दगां - दंगा
अशिष - आशीष
गवँ - गाँव
सूनना - सुनना
कवेट - केवट
4. पढ़िए और समझिए-
बि + ल् + ली
(बि +ल्ली)
बिल्ली
ब+ च् + चा
(ब +च्चा)
बच्चा
5. (अ) पढ़िए, और समझिए-
मीठी बोली, काली कोयल, लम्बी डाली, शुद्ध हवा
अब जानिए
शब्द - विशेषता बताने वाले शब्द
बोली ------- मीठी
कोयल ------ काली
डाली ------- लम्बी
हवा -------- शुद्ध
निम्नलिखित शब्दों की विशेषता बताने लिखिए
शब्द - विशेषता बताने वाले शब्द
सफेद ------- गाय
लाल -------- मिर्च
लाल -------- टमाटर
बुद्धिमान ----- लड़की
(ब) समान ध्वनि वाले शब्द बोलिए और लिखिए-
जैसे -
बिल्ली - गिल्ली, टिल्ली
डाली - बाली, माली
छोर - मोर, चोर
ठाँव - गाँव, ठाँव
6. ऐसे कौन बोलता है?
म्याऊँ - म्याऊँ - बिल्ली
भौं - भौं - कुत्ता
टर्र - टर्र - मेंढक
चीं - चीं - चिड़िया
7. वर्ण पहेली में से उदाहरण के अनुसार शब्द छाँटकर लिखिए-
दादा - दादी
मामा - मामी
नाना - नानी
लड़का - लड़की
चाचा - चाची
काका - काकी
अब करने की बारी
8. शिक्षक एवं परिवार के सदस्यों की सहायता से अपने गाँव/ शहर के बारे में बताइए।
टीप - यदि आप गाँव में रहते हैं तो अपने गाँव का वर्णन बाल सभा में या कक्षा में अवश्य सुनाइए।
9. नाव और बरगद का चित्र बनाइए।
कक्षा 2 के इन पाठों 👇 को भी पढ़ें।
1. 'प्रार्थना' एवं "अपने बारे में बताओ" - भाषा भारती कक्षा 2
2. पाठ 1 प्रातःकाल भाषा भारती (हिन्दी) कक्षा 2
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(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
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(संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।)
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