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मॉडल आंसर शीट~ माह- फरवरी, विषय- हिन्दी~ कक्षा– 6 वीं
(Model Answer Sheet ~ Month - February, Subject - Hindi ~ Class - 6th)

कौशल आधारित लिखित प्रश्न

निर्देश :– सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य है।

खंड- 'अ'

प्रश्न 1:- 'संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास' पाठ के आधार पर बताइए कि यदि गायिका रूपा तानसेन की मदद न करती तो क्या होता? आप यदि तानसेन की जगह आप होते तो क्या करते?

उत्तर:- 'संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास' पाठ के आधार पर यदि रूपा तानसेन की मदद न करती तो दीपक राग की वजह से तानसेन के शरीर में काफी ऊष्मा उत्पन्न हो जाती और वे जलकर भस्म हो जाते। रूपा के द्वारा मल्हार राग गाकर उनकी प्राण रक्षा की गई।
यदि हम तानसेन की जगह होते तो सम्राट अकबर को समझाते कि यह राग जानलेवा है। फिर भी यदि वे चाहते कि दीपक राग सुनना ही है तो स्वामी की सेवा में अपने प्राण की रक्षा हेतु अपने गुरु से उपायों पर अमल करते।

प्रश्न 2:- (i) पाठ 'पद और दोहे' मे लोक लाज को छोड़कर सन्तों के पास बैठने के विषय में कहा गया है उन पंक्तियों को खोजकर लिखिए।

उत्तर:- छाँड़ी दई कुल की कानि, कहा करै कोई।
सन्तन ढिग बैठि-बैठि लोक लाज खोई।।

(ii) पाठ 'पद और दोहे' में संगत के विषय में कहा गया है उन पंक्तियों को खोजकर लिखिए।

उत्तर:- जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग।
चंदन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग।।

(iii) पाठ 'पद और दोहे' में दूसरों की पीड़ा को प्रदर्शित करने वाली पंक्तियाँ लिखिए।

उत्तर:- कबिरा सोई पीर है, जो जाने पर पीर।
जो पर पीर न जानई, सो काफिर पेपीर।।

प्रश्न 3:- पाठ 'डॉ. होमी जहांगीर भाभा' के अनुसार बाँम्बे स्थित 'अनुसंधान केंद्र' का नाम किसके नाम पर है तथा उन्होंने अणु-शक्ति के क्षेत्र में क्या योगदान प्रदान किए?

उत्तर:- बाँम्बे स्थित 'अनुसंधान केंद्र' का नाम डॉ. होमी जहांगीर भाभा के नाम पर है।
उन्होंने अणु-शक्ति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिए।
उन्होंने अणुशक्ति का रचनात्मक प्रयोग करने के लिए मुंबई में सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट द्वारा 'टाटा इंस्टीट्यूट आफ फंडामेंटल रिसर्च' नामक संस्था की स्थापना की। वे अणुशक्ति का प्रयोग शांतिपूर्ण और रचनात्मक कार्यों के लिए करना चाहते थे। वे कभी भी अणुबम या एटमिक हथियार बनाने के पक्ष में नहीं थे।

प्रश्न 4:- कल्पना कीजिए आपके घर अचानक मेहमान आ जाएँ और घर में कोई नहीं है आप अकेले हैं। घर में बहुत अव्यवस्थाएँ हैं। ऐसी स्थिति में आप मेहमान का स्वागत कैसे करेंगे?

उत्तर:- यदि ऐसी स्थिति आती है कि घर पर कोई बड़ा सदस्य नहीं है और हम घर पर अकेले हैं। ऐसी परिस्थिति में मेहमान आ जाते हैं तब हम ये कार्य करेंगे।

(1) सर्वप्रथम मेहमानों का अभिवादन करेंगे।

(2) उन्हें बैठने के लिए कुर्सियाँ या चटाई देंगे।

(3) पीने के लिए जल की व्यवस्था करेंगे।

(4) मेहमानों के घर के सदस्यों की कुशलक्षेम पूछेंगे।

(5) इसके पश्चात उनके आगमन का कारण पूछेंगे।

(6) उनके द्वारा पूछी गई समस्त बातों का यथोचित जवाब देंगे।

प्रश्न 5:- पाठ 'नारियल का बगीचा केरल' के आधार पर केरल राज्य की साँस्कृतिक एवं भौगोलिक विशेषताओं का वर्णन कीजिए। आपके क्षेत्र के प्रसिद्ध स्थलों के नाम बताइये।

उत्तर:- केरल राज्य आदि शंकराचार्य का जन्म स्थल है। लोग केरल को 'नारियल का बगीचा' कहते हैं। केरल के पश्चिम में अरब सागर और पूरी पट्टी पर नारियल के वन है। यहाँ के जंगलों में - शेर, भेड़िया, रीछ, चीता, हाथी आदि मिलते हैं। केरल में नीलगिरी पर्वत पर चाय के बगीचे हैं। इसके अलावा काली मिर्च, इलायची, सुपारी, नागरबेल (पान) भी यहाँ बड़ी मात्रा में पैदा होता है। केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम है। यहाँ का मुख्य खाद्य पदार्थ इडली और डोसा है। ओणम यहाँ का मुख्य त्यौहार है। इस त्यौहार के अवसर पर यहाँ नौका प्रतियोगिता होती है। केरल का नृत्य 'कथकली' पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
हमारे क्षेत्र के प्रसिद्ध स्थल अमोदागढ़, दौड़ीपहाड़, जेवनारा की गुफाएँ, कोंगो राजा, गुदमा की पहाड़ी आदि हैं।

प्रश्न 6:- 'दस्तक' पाठ के अनुसार शीला के व्यवहार में क्या परिवर्तन हुए? आप शीला की जगह होते तो आप क्या करते?

उत्तर:- 'दस्तक' पाठ के अनुसार शीला के व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिलता है। पहले वह अपने पति को घर परिवार तक ही सीमित रह कर उन्नति करने के बारे में सोचती थी। किंतु बाद में उसके मन अपने पति की समाज सेवा की भावना के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण जागृत हुआ। जब शीला का बेटा सोनू छत पर गिर पड़ा था और उसके पति घर पर नहीं थे तब इसी समाज ने सोनू की और उसकी स्वयं की इलाज कराई थी जो कि उसके पति की समाज सेवा का ही एक प्रत्युत्तर था।
यदि हम शीला की जगह होते तो कभी भी समाज सेवा के विरोध में नहीं बोलते। सदैव दूसरों की भलाई प्रगति के बारे में ही सोचते। अन्य महिलाओं की तरह दूसरों की बातों पर ध्यान नहीं देते।

प्रश्न 7:- आपके या आपके परिवार में किसी ऐसी घटना का वर्णन कीजिए जिसमें 'भलाई का फल भलाई मिलता है' का अनुभव हुआ हो।

उत्तर:- घर- परिवार हो या मोहल्ला पड़ौस कहीं ना कहीं ऐसे उदाहरण देखने को मिल ही जाते हैं जहाँ 'भलाई का फल भलाई से ही मिलता है'। छोटी-छोटी बातों को देखें तो यदि हम अपने पड़ौस के किसी व्यक्ति को कोई वस्तु यथा सब्जी भाजी, फल फूल उपहार स्वरूप या भेंट में देते हैं तो वे भी समय आने पर कोई न कोई वस्तु तीज-त्यौहार या सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अवसर पर हमें देते हैं। यहाँ पर एक घटना का हम जिक्र करना चाहेंगे।
एक बार दूसरे दूर इलाके का कोई व्यक्ति बस में सफर के दौरान मिला जो कि काफी परेशान लग रहा था। पूछने पर उसने बताया कि उसका पर्स किसी ने चुरा लिया है, उसके पास अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए पैसा नहीं है, तब हमने उसकी मदद की थी।
इस बात को काफी समय हो गया। इसके बाद हम अभी हाल ही में कुछ दिन पूर्व भोपाल गए हुए थे। और अचानक कोरोना के कारण लाकडाउन हो गया। भोपाल में हमारे रहने की कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसी स्थिति में हम काफी परेशान थे। फिर ईश्वर की कृपा से वही व्यक्ति हमें मिला जिसकी हमने मदद की थी। हमने तो उसे नहीं पहचाना किंतु उस व्यक्ति ने हमें पहचान लिया और हमारे बारे में पूछने लगा। उसने वह पुरानी बात बताई फिर हमने अपनी परेशानी उसे बताया तो उस व्यक्ति ने हमें अपने घर पर ले गया और हमारी खूब आवभगत की। इस तरह से 'भलाई का फल भलाई से ही मिलता है'।

टीप :- विद्यार्थी के द्वारा ऐसी किसी घटना का जिक्र किए जाने पर उसे अंक प्रदान किए जाने चाहिए।

प्रोजेक्ट कार्य
खंड- 'ब'

प्रश्न 8:- (अ) घर/रसोईघर में उपलब्ध ऐसी पाँच चीजों या मसालों के नाम और उनके औषधीय उपयोग नीचे बनी तालिका में लिखिए जिनका उपयोग घरेलू स्तर पर दबाया औषधि के रूप में किया जाता है।

क्र. वस्तु/मसाले का नाम .... औषधि के रूप में
......................................किस काम आती है।

1. काली मिर्च.......... सर्दी-जुकाम, खरास को
............................. दूर करने में उपयोगी।

2. हल्दी ................. चोट घाव आदि लगने पर
............................. उपयोगी।

3. अदरक ............... जुकाम होने पर उपयोगी।

4. अजवायन ........... सर्दी जुकाम में उपयोगी।

5.तुलसी ................ बुखार एवं सर्दी जुकाम में
............................... उपयोगी।

6. नीम .................... बुखार, फोड़े फुंसी में
............................... उपयोगी।

7. हींग ................... पतले दस्त में उपयोगी।

(ब) उपरोक्त वस्तु/मसालों के विषय में जानकारी एकत्र कर लिखिए कि यह कहाँ-कहाँ पाये जाते हैं तथा इनका उत्पादन कैसे किया जाता है?

उत्तर:- 1. काली मिर्च - काली मिर्च का उत्पादन के लाभ केरल प्रांत में होता है।

2. हल्दी - हल्दी की गाँठ जमीन में लगाई जाती जिससे पौधा उगता है और हल्दी जमीन के नीचे घुइयाँ, आलू की तरह पैदा होती है।

3. अदरक - अदरक तने का एक उदाहरण है और इसे जमीन में लगा दिया जाता है फिर इससे पौधा बनता है और नीचे अदरक आलू, हल्दी की तरह जमीन में फैलता है।

4. अजवायन - अजवाइन का पौधा होता है जिसमें बारिक बारिक बीज लगते हैं। बहुत ही सावधानी पूर्वक इस को काटकर सुखाया जाता है, फिर इससे अजवाइन निकाला जाता है।

5. तुलसी - तुलसी हम सबके लिए पूजनीय होती है। यह प्रत्येक घर के आँगन में लगाई जाती है। समय आने पर इसकी पत्तियों का उपयोग किया जाता है।

6. नीम - नीम के बड़े वृक्ष होते हैं। इसकी पत्तियों और छाल का उपयोग किया जाता है।

7. हींग :- हींग पौधे के द्वारा प्राप्त होता है जो दवाइयों में विशेष उपयोगी माना जाता है।

प्रश्न 9:- संकेतों के आधार पर वर्ग पहेली हल कीजिए-

टीप: वर्ग पहेली नीचे दी गई है।

बाएँ से दाएँ

1. नरम का विलोम शब्द - कठोर

3. मृत्यु होना - मरना

5. स्वर्ण, सोना का पर्यायवाची शब्द - कनक

7. श्रवण अंग - कान

ऊपर से नीचे

2. किसी वस्तु को पैर से मारना - ठोकर

3. गृह, घर का पर्यायवाची शब्द - मकान

4. बनाने का पर्यायवाची शब्द - रचना

6.कर्ण का समानार्थी शब्द - कान

7. जो डरावना दिखे - भयानक

टीप :- 1. मूल्यांकन वर्कशीट की शब्द पहेली में ऊपर से नीचे की शब्दावली में क्रमांक 6 एवं 7 को आपस में बदल कर दे दिया गया है। यहाँ पर 6 क्रमांक के लिए शब्द सातवें में होगा और 7 क्रमांक में दिए गए शब्द के लिए 6 क्रमांक में होगा।

2. वर्ग पहेली हेतु नीचे के वीडियो पर क्लिक करें।

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I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
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