मॉडल आंसर शीट, कक्षा 7th विषय-विज्ञान, माह-मार्च || Model Answer Sheet, Science
खण्ड 'अ'प्रश्न 1. बूझो साइकिल चलाना सीख रहा था तभी साइकिल अनियंत्रित हो जाने के कारण वह गिर पड़ा और उसे घुटने में चोट लग गई, चोट वाले स्थान से रक्त बहने लगा। कुछ समय बाद उसने देखा कि रक्त का बहना अपने आप रुक गया और चोट वाले स्थान पर गहरे लाल रंग का एक थक्का जम गया। बूझो यह देखकर आश्चर्य चकित है। बूझो के कुछ प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(i) रक्त का बहना रुक गया, इसका क्या कारण हो सकता है?
उत्तर- रक्त का बहना रुक गया इसका कारण रक्त में एक अन्य प्रकार की कोशिकाओं की उपस्थिति के कारण होता है जिन्हें पट्टिकाणु (प्लेटलेट्स) कहते हैं।
(ii) रक्त का रंग लाल क्यों होता है?
उत्तर- हीमोग्लोबिन की उपस्थिति के कारण रक्त का रंग लाल होता है।
(iii) रक्त में पाई जाने वाली कोशिकाओं के नाम लिखिए।
उत्तर- रक्त में पाई जाने वाली कोशिकाओं के नाम– (1) लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC) (2) श्वेत रक्त कोशिकाएँ(WBC)
(iv) कौन-सी रक्त वाहिकाएँ रक्त का थक्का जमाने में सहायक है?
उत्तर- पट्टिकाणु (प्लेटलेट्स) जिसे थ्राम्बोसाइट्स भी कहते हैं के कारण
प्रश्न 2. टीप- चित्र नीचे दिया गया है।
उपरोक्त चित्र में विद्युत परिपथ के कुछ अवयवों के प्रतीक दिए गये हैं, प्रतीकों की सहायता से 'बन्द विद्युत परिपथ' तथा 'खुला विद्युत परिपथ' का आरेख खींचिए, साथ ही आरेख में यह प्रदर्शित कीजिए की किस परिस्थिति में विद्युत बल्ब दीप्त होगा।
उत्तर- टीप— (१) बन्द विद्युत परिपथ आरेख का चित्र नीचे दिया गया है।
(२) खुला विद्युत परिपथ आरेख का चित्र नीचे दिया गया है।
प्रश्न 3. निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(i) अवतल तथा उत्तल दर्पण का एक-एक उपयोग लिखिए?
उत्तर- (१)अवतल दर्पण का प्रयोग प्रकाश किरणों को फ़ैलाने के लिए किया जाता है। (२) उत्तल दर्पण का प्रयोग छोटे अक्षरों को बड़े रूप में देखने के लिए किया जाता है।
(ii) (क) चाल, दूरी तथा समय के बीच सम्बंध लिखिए।
उत्तर- चाल दूरी तथा समय के बीच संबंध है। यदि उक्त तीनों में से कोई दो राशि ज्ञात है तो तीसरी का मान आसानी से निकाला जा सकता है। उदाहरण- चाल= दूरी/समय
(ख) यदि आप अपने घर की दीवार के सामने खड़े है, तो प्रतिबिम्ब बनेगा क्या?
उत्तर- यदि हम अपने घर की दीवार के सामने खड़े हैं तो प्रतिबिंब नहीं बनेगा, क्योंकि दीवार दर्पण का कार्य नहीं करती है।
(iii) काँच के तीन गिलास लीजिए। तीनों में क्रमशः साधारण पानी, थोड़ा गुनगुना पानी एवं ठंडा पानी लीजिए। तीनों में बर्फ के टुकड़े डालकर पाँच मिनट बाद तीनों गिलासों में हुए परिवर्तन को अपने शब्दों में लिखिए।
टीप- चित्र नीचे दिए गए हैं।
उत्तर- बर्फ डालने के बाद तीनों गिलासों का निरीक्षण करने पर हम पाते हैं।
(१) साधारण पानी में बर्फ धीरे घुल रही है और पानी काफीत ठंडा हो गया है।
(२) गुनगुने पानी वाले गिलास में बर्फ गायब हो चुकी है। पानी ठंडा हो गया है।
(३) ठंडे पानी वाले गिलास में बर्फ धीरे-धीरे घुल रही है। पानी बहुत अधिक ठंडा हो गया है।
प्रश्न 4. (i) जब हम अत्यधिक धूल भरी वायु में साँस लेते है, तो हमें छींक क्यों आ जाती है?
उत्तर- जब हम अत्यधिक धूल भरी वायु में साॅस लेते हैं तो धूल के कण हमारी नासा गुहा में उपस्थित रोमों में फस जाते हैं। तब ये कण गुहा की कोमल परत को उत्तेजित कर देते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप हमें छींक आती है और छींकने से यह धूल के कण वायु के साथ बाहर आ जाते हैं।
(ii) लगभग 10 cm व्यास की गत्ते की एक गोलाकार आकृति लीजिए। इस आकृति को 7 बराबर खण्डों में बाँट लीजिए। इन खण्डों को इन्द्रधनुष के सात वणर्णो से पेन्ट कीजिए। आकृति के केन्द्र पर एक छोटा छिद्र बनाइए। उसमें पेन्सिल डालकर फिरकी बनाइए व फिरकी को तेजी से घूमाइए। आपको रंग कैसा दिखाई देता है। अपना अनुभव लिखिए।
उत्तर- जब हम 10 सेंटीमीटर व्यास के गत्ते को गोलाकार काटकर 7 बराबर हिस्सों में बाॅटने के पश्चात अलग-अलग खंडों में इंद्रधनुष के साथ रंगों को पेंट कर देते हैं और बीचों-बीच में पेंसिल या किसी छोटी सी लकड़ी की नोक में फंसा कर उसे तेज घुमाते हैं तब हमें पूरा सफेद रंग दिखाई देता है।
प्रश्न 5. (i) दैनिक जीवन में उदासीनीकरण के प्रक्रम को एक उदाहरण देते हुए समझाइए।
उत्तर- जब अम्ल किसी क्षार से क्रिया करता है तब लवण तैयार होता है और लवण उदासीन तत्व होता है जिसमें न तो अम्ल के गुण और न ही क्षार के गुण पाए जाते हैं। हमारे दैनिक जीवन में जब साबुन या कपड़े धोने के डिटर्जेंट को किसी गंदगी लगी वस्तु पर रगड़ते हैं तो उदासीनीकरण की प्रक्रिया के कारण ही मैल छूट जाता है।
(ii) सर्दियों में ऊनी वस्त्र हमें गरम रखते है, इसका क्या कारण है?
उत्तर- जब हम ऊनी वस्त्रों को पहनते हैं तो ऊन की मोटी परत में वायु समा जाती है। वायु ऊष्मा की कुचालक होने के कारण हमारे शरीर की ऊष्मा को बाहर जाने से रोकती है। इस तरह से सर्दियों में ऊनी वस्त्र हमें गरम रखते हैं।
प्रश्न 6. (i) दर्पण के सामने खड़े होकर अपना प्रतिबिम्ब देखें और निम्न बिन्दुओं के आधार पर वस्तु (स्वयं)और प्रतिबिम्ब की तुलना कीजिए-
(a) आकार के आधार पर।
उत्तर— जब हम दर्पण में स्वयं के चित्र को देखते हैं तो हमारा आकार समतल दर्पण होने पर जितना का उतना ही बड़ा दिखाई देता है किंतु दर्पण यदि उत्तल है तो हमारा आकार छोटा दिखाई देगा और वही दर्पण अवतल है तो हमारा आकार बड़ा दिखाई देता है।
(b) दर्पण से दूरी के आधार पर
उत्तर— समतल दर्पण में देखने पर हमारा प्रतिबिंब समान दूरी पर दिखाई देता है किंतु अवतल दर्पण में हमारा प्रतिबिंब पास दिखाई देता है। जबकि उत्तल दर्पण होने पर हमारा प्रतिबिंब दूर दिखाई देता है।
(c) दाॅये - बाॅए हाथों की स्थिति के आधार पर-
उत्तर- किसी भी तरह के दर्पण में देखने पर स्थिति दायें बायें की बदल जाती है प्रतिबिंब में हमारा दायाॅ हाथ बायाॅ एवं बायाॅ हाथ दायाॅ दिखाई देता है।
(ii) एक कागज पर अंग्रेजी वर्णमाला के A से Z ( बड़े अक्षर) तक सभी वार्णो को लिखिए व दर्पण के सामने ले जाने पर वर्णो में क्या परिवर्तन हुआ लिखिए।
उत्तर- A, H, I, M, O, T, U, V, W, X, Y अक्षर दर्पण में जैसे के पैसे दिखाई देते हैं शेष अक्षर B, C, D, E, F, G, J, K, L, N, P, Q, R, S, Z दर्पण में उल्टे दिखाई देते हैं।
प्रोजेक्ट कार्य
खंड - ब
प्रश्न 7. अपने माता-पिता या अभिभावकों की सहायता से जल के बारे में जानकारी एकत्र करना। प्रक्रिया–
(i) विश्व जल दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर- विश्व जल दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है।
(ii) जल चक्र में सम्मिलित प्रक्रमों को चित्र द्वारा प्रदर्शित कीजिए?
टीप- जल चक्र का चित्र नीचे दिया गया है।
(iii) क्या हम भूमि के नीचे से निरंतर जल निकाल सकते हैं? ऐसा करने में भौम जल स्तर पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर- हाँ हम भूमि के नीचे से निरंतर जल निकाल सकते हैं। किंतु ऐसा करने से भौम जल स्तर घटेगा और एक स्थिति ऐसी आएगी की भूमि का जल स्तर बहुत नीचे चला जाएगा जिसे निकालना हमारे लिए बहुत ही दूभर होगा।
(iv) भौम जल स्तर की पुनः पूर्ति किस प्रकार होती है?
उत्तर- भौम जल स्तर की पुनः पूर्ति के लिए हमें
(1) अधिक से अधिक वर्षा के जल को तालाब, मेढ़ बधान एवं कई तरह की युक्तियों से रोकना होगा।
(2) घर की छत से निकलने वाले जल हेतु वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करनी होगी।
(3) जल के दुरुपयोग एवं व्यर्थ में जल को बहाना बंद करना होगा।
(4) अधिक से अधिक वृक्षारोपण कार्य करना होगा।
(v) जल की बचत को दर्शाने हेतु एक ड्राइंग तैयार कीजिए।
टीप— ड्राइंग नीचे दी गई है।
(vi) अपने दादा-दादी से पूछ कर लिखिए कि वे अपने समय में किन-किन जल स्रोतों से पानी पीते थे।क्या आज उन समस्त स्रोतों का पानी पीने योग्य है या नहीं। अपने शब्दों में उत्तर लिखिए।
उत्तर- पुराने समय में हमारे दादा दादी कुआँ, बावड़ी, नदी एवं झरनों का जल पीते थे। आज इन स्रोतों में से बावड़ी और नदी प्रदूषित हो गई है। जबकि झरने और कुओं का पानी कहीं कहीं पीने योग्य मिलता है।
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(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
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