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"लालबुझक्कड़ की सूझ" पाठ 2 (पुरानी बालभारती पुस्तक कक्षा - 2) || Lalbujhakkad ki Sujh (Bal kahani)
पाठ २
लालबुझक्कड़ की सूझ
बहुत पुरानी बात है। एक गाँव में एक आदमी रहता था। उसका नाम लालबुझक्कड़ था। वह अपनी सूझबूझ से कविता रच देता था। आसपास के कई गाँवों में वही कुछ पढ़ा-लिखा था। सभी गाँव वाले उसके पास अपनी कठिनाई लेकर आते थे। लालबुझक्कड़ उन कठिनाइयों को दूर करता था। सब लोग लालबुझक्कड़ का आदर करते थे।
एक बार रात के समय लालबुझक्कड़ के गाँव में से होकर एक हाथी निकला। गाँव के सब लोग सो रहे थे। किसी को पता नहीं चला कि हाथी कब निकल गया। गाँव के रास्तों में धूल बहुत होती है। उस धूल पर हाथी के पैरों के बड़े-बड़े निशान बन गए।
सबेरा हुआ, सब लोग जागे। कुछ ने वे गोल निशान रास्ते में देखे। बहुत सोचने पर भी वे यह बात न समझ सके कि ये किस चीज के निशान हैं। इसलिए सबने लालबुझक्कड़जी को वे निशान दिखाए। गोल-गोल, बड़े निशान लालबुझक्कड़जी ने देखे। फिर वे सोचकर कविता में बोले -
लालबुझक्कड़ बूझ के और न बूझो कोय।
पैर में चक्की बाँध के हिरना कूदो होय।।
इसका अर्थ है कि लालबुझक्कड़ से प्रश्न पूछकर और किसी से न पूछना। अपने पैरों में चक्की बाँधकर कोई हिरन कूदा होगा, जिसके थे निशान हैं। ऐसी थी लालबुझक्कड़जी की सूझबूझ !
प्रश्न और अभ्यास
१. (क) सीखो :-
स, स् - र+ा+ स्+ त +ा = रास्ता
(ख) पढ़ो और लिखो :-
सूझबूझ, रच देना, कविता, कठिनाई, रास्ता, कोय, चक्की, हिरना, कूदो होय।
(ग) याद करो :-
सूझबूझ = समझदारी, निशान = चिह्न, बूझ के पूछकर, कोय = कोई, हिरना = हिरन, कूदो होय = कूदा होगा, रच देता = बना देता।
बताओ कि नीचे लिखे कथन सही है या गलत -
(क) लालबुझक्कड़ के सामने से हिरन निकला।
(ख) लालबुझक्कड़ दिल्ली में रहते थे।
(ग) गोल निशान हाथी के पैरों के थे।
(घ) गाँववाले लालबुझक्कड़ को नहीं चाहते थे।
३. भाषा अध्ययन
(क) नीचे लिखे शब्दों को अपने वाक्यों में प्रयोग करो -
निशान, सूझबूझ, रास्ता, हिरन।
उदाहरण- खतरे का निशान लाल होता है।
(ख) नीचे लिखे शब्द-समूह के लिए एक शब्द लिखो -
(१) काफी ऊँचा, मोटा व सूड़वाला प्राणी ------
(२) आटा पीसने की मशीन -----
(३) तेज दौड़ने वाला तथा सोंगोवाला प्राणी -----
(ग) नीचे लिखे शब्दों में से सही शब्द चुनकर वाक्यों को खाली जगह में भरो -
हाथी, सबेरा, कविता
(१) रास्ते में के पैर के निशान थे।
(२) लालबुझक्कड़....में बोले।
(३) होने पर सबने गोल निशान देखे।
४. पढ़ो, समझो, लिखो :-
सोचना-सोचा, देखना- देखा।
पढ़ना ------ समझना ----- रचना ------
५. योग्यता विस्तार
(क) लालबुझक्कड़ की कोई और सूझबूझ याद करके लिखो।
(ख) हाथी के संबंध में पाँच वाक्य लिखो।
कक्षा 2 के इन पाठों 👇 को भी पढ़ें।
1. 'प्रार्थना' एवं "अपने बारे में बताओ" - भाषा भारती कक्षा 2
2. पाठ 1 प्रातःकाल भाषा भारती (हिन्दी) कक्षा 2
3. 'आना मेरे गाँव' कविता का भावार्थ एवं अभ्यास
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(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
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(संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।)
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