पाठ - 2 'आत्मविश्वास' विषय - हिन्दी विशिष्ट (कक्षा 8 ऐटग्रेड अभ्यास पुस्तिका के प्रश्नों के सटीक उत्तर) || 'Aatmavishwas' Question Answer
अति-लघुउत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. आदमी किसके कारण खण्डित हो जाता है?
उत्तर - आदमी दुविधा के के कारण खण्डित हो जाता है।
प्रश्न 2. 'खंदक-खाँइयों' सामासिक पद में कौन-सा समास है? प्रश्न 3. मनुष्य के आत्मविश्वासहीन होने का कारण क्या है? प्रश्न 4. विरोधी को हम शक्तिशाली क्यों मान लेते हैं? प्रश्न 5. सफलता की, विजय की, उन्नति की कुंजी तो अविचल श्रद्धा ही है। इस वाक्य का भाव स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 6. 'आत्मविश्वास' पाठ के लेखक के मित्र के गुणों पर प्रकाश डालते हुए बताइए कि हमें इससे क्या शिक्षा लेनी चाहिए? प्रश्न 7. "आत्म विश्वास के बूते पर जीवन में सब-कुछ करना संभव है।" आत्मविश्वास पाठ के आधार पर किसी महान व्यक्तित्व का उदाहरण देते हुए उक्त कथन को स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 8. राम बाली के सामने आकर क्यों नहीं लड़े? प्रश्न 9. सुभाषचंद्र बोस का प्रमुख चारित्रिक गुण क्या था? आत्मविश्वास पाठ के अनुसार कोई एक उदाहरण सहित लिखिए। प्रश्न 10. जो लोग हमेशा उतार की बात सोचते हैं वे उन लोगों की तरह हैं, जो कूड़ा घरों के पास कुर्सी बिछाकर बैठ जाते है और शहर की गंदगी को गाली देते हैं। आत्मविश्वास पाठ के आधार पर इन पंक्तियों की व्याख्या कीजिए। एटग्रेड अभ्यासिका कक्षा 8 हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, विज्ञान, सा. विज्ञान के पाठों को पढ़ें। एटग्रेड अभ्यासिका कक्षा 6 हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, विज्ञान, सा. विज्ञान के पाठों को पढ़ें।
उत्तर - 'खंदक-खाँइयों' सामासिक पद में द्वन्द्व समास है।
उत्तर - मनुष्य के आत्मविश्वासहीन होने का कारण भय है।लघुउत्तरीय प्रश्न
उत्तर - हम अपनी आत्महीनता, कायरता कु-संस्कार और आत्मविश्वास की कमी से विरोधी का बिना आकलन किए उसे शक्तिशाली मान लेते हैं।
उत्तर - किसी भी क्षेत्र में कार्य करने के लिए आवश्यक है व्यक्ति की मानसिक सबलता। यदि व्यक्ति किसी भी कार्य को यह सोचकर करे कि वह उस कार्य में अवश्य ही सफल होगा या उसे विजय प्राप्त होगी तो निश्चित ही उसे उसकी अभीष्ट मंजिल प्राप्त होती है। अतः कहा जा सकता है कि व्यक्ति का अडिग आत्मविश्वास अर्थात अपने आप के ऊपर कर पाने विश्वास उसे सफलता की ओर लेकर जाता है। इसीलिए उक्त वाक्य में कहा गया है कि "सफलता की, विजय की, उन्नति की कुंजी तो अविचल श्रद्धा ही है।"
उत्तर - 'आत्मविश्वास' पाठ में लेखक का मित्र में साहसहीन के साथ आत्मविश्वासहीन है। उसमें परख एवं सूझबूझ की कमी है। हमें इससे यह शिक्षा मिलती है कि परिस्थिति अच्छी या बुरी जो भी हो उसे अच्छी तरह से परखना चाहिए। इसके पश्चात उस परिस्थिति का साहस और विवेक के साथ डटकर मुकाबला करना चाहिए।दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
उत्तर - निश्चित ही आत्म विश्वास के बूते पर जीवन में सब-कुछ करना संभव है। आत्मविश्वास के बूते पर ही पांडवों ने महाभारत युद्ध जीत लिया था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस में आत्मविश्वास था जिसके बूते पर उन्होंने आईसीएस की प्रतियोगिता परीक्षा में अंग्रेज परीक्षक के कठिन प्रश्नों का सूझबूझ से उत्तर दिया और उसे संतुष्ट कर पाए। चलते पंखे की पंखुड़ियों को गिनना या एक अंगूठी के भीतर से सुभाष चंद्र बोस पार हो जाना जैसे प्रश्नों को नेता जी ने अपनी सूझबूझ एवं आत्मविश्वास से हल कर दिया था।मूल्यांकन -2
अति-लघुत्तरीय प्रश्न
उत्तर - बाली को वरदान प्राप्त था कि जो भी बाली के सामने आकर युद्ध करेगा तो उसकी आधी ताकत बाली को प्राप्त हो जाएगी। यदि राम बाली के समक्ष युद्ध की सोच लेकर आते तो राम की आधी ताकत भी बाली में चली जाती इस तरह से बाली को मिल जाती। इसलिए राम बाली के सामने आकर नहीं लड़े।लघु उत्तरीय प्रश्न
उत्तर - सुभाष चंद्र बोस के चरित्र की सबसे बड़ी विशेषता थी उनके अंदर कूट-कूट कर आत्मविश्वास का होना। उन्होंने अंग्रेज परीक्षक के प्रश्नों का उत्तर अपनी सूझबूझ और आत्मविश्वास के साथ दिया था।दीर्घउत्तरीय प्रश्न
उत्तर - ऐसे व्यक्ति जो स्वयं तो कुछ नहीं कर सकते किंतु दूसरों को दोष देते हैं, ऐसे लोग निश्चित ही उन लोगों की तरह है जो हमेशा उतार की बात सोचते हैं। कूड़ा घरों के पास कुर्सी बिछाकर बैठ जाते हैं एवं शहर की गंदगी को गाली देते हैं। ऐसे व्यक्ति जिनके अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है, जो अक्सर अपने आप को भाग्यहीन समझते हैं, वे कायर होते हैं और कभी भी सफल नहीं हो पाते तथा अपनी असफलता के लिए दूसरों को दोष देते हैं।
1. संस्कृत - प्रथमः पाठः-लोकहितं मम करणीयम् 'ऐटग्रेड' अभ्यास पुस्तिका से महत्वपूर्ण प्रश्न
2. हिन्दी विशिष्ट - पाठ 1 'वर दे' कविता (एटग्रेट) प्रश्नों के सटीक उत्तर
भोजन के घटक पाठ 2 विज्ञान कक्षा-6
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
infosrf.com
Comments